दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने झुग्गियों में रहने वालों लोगों को सचेत करते हुए कहा कि बीजेपी 'सोने के हिरन' की तरह है। उन्होंने उनसे कहा कि बीजेपी के झूठे वादों में न फंसे।
उन्होंने कहा था, 'मैं झुग्गी में रहने वाले लोगों को सचेत करना चाहता हूं कि बीजेपी आपको नहीं आपके वोट से प्यार करती है और चुनाव के बाद वे आपकी जमीन को बेच देंगे।'
केजरीवाल ने क्या कहा था?
आगे उन्होंने कहा, 'भगवान राम को 14 साल के लिए वनवास हुआ था, एक दिन वह खाने का इंतजाम करने के लिए बाहर गए और माता सीता की रक्षा करने के लिए लक्ष्मण को वहीं रुकने के लिए कहा। इसी बीच रावण सोने का हिरन बनकर वहां आया। सीता ने कहा कि मुझे यह हिरन चाहिए। लक्ष्मण उसके पीछे गए और रावण ने उन्हें किडनैप कर लिया। ये लोग भी सोने के हिरन की तरह हैं तो इनके जाल में न फंसें।'
केजरीवाल के इस बयान के बाद बीजेपी की तरफ से प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गईं. बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि केजरीवाल चुनावी हिंदू हैं और रामायण की कहानी गलत तरीके से पेश करके उनका चुनावी हिंदू का चेहरा सामने आ गया है।
स्वाती मालीवाल ने इस बयान पर केजरीवाल के रामायण की जानकारी पर सवाल उठाया।
बीजेपी बोली- 'चुनावी हिंदू'
उन्होंने कहा कि तुष्टीकरण उनकी और उनके बॉस राहुल गांधी के रगों में दौड़ता है। उनको रामायण की जरा भी जानकारी नहीं है...वह कहते हैं कि उनकी दादी कहती थीं कि अयोध्या में राम मंदिर नहीं बनना चाहिए . वह कहते हैं कि दिल्ली की सारी जमीन वक्फ को दे देना चाहिए. केजरीवाल के चुनावी हिंदू वाला चेहरा दिल्ली और पूरे देश के सामने आ गया है।
वहीं पार्टी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने केजरीवाल को ‘अधर्मी’ करार दिया और रामायण की गलत व्याख्या करने के लिए उपवास की घोषणा की।
सचदेवा ने पहले प्राचीन हनुमान मंदिर का दौरा किया और वहां पूजा-अर्चना के बाद केजरीवाल को ‘चुनावी हिंदू’ कहा। उन्होंने केजरीवाल द्वारा सीता-राम के प्रति दिखाए गए ‘अपमान’ के लिए क्षमा याचना की।
'खुद रावण के वंशज'
लेकिन आम आदमी पार्टी भी इस पर प्रतिक्रिया देने में पीछे नहीं रही। दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, 'कल केजरीवाल जी ने एक जनसभा में रावण से जुड़ी एक टिप्पणी की, और पूरी बीजेपी तुरंत रावण के बचाव में कूद पड़ी, जैसे वे खुद रावण के वंशज हों।'
उन्होंने कहा, 'इनकी राजनीति इतनी नीचे गिर चुकी है कि अब यह रावण जैसे प्रतीक का सहारा लेकर अपनी झूठी बयानबाजी को सही ठहराने में जुट गए हैं। मैं दिल्ली की जनता से कहना चाहता हूं कि इनकी असली मंशा को पहचानें। ये चुनाव के बाद गरीबों, मजदूरों और झुग्गीवासियों के लिए रावण से भी बड़ा खतरा साबित होंगे।'
'बीजेपी राक्षसी प्रवृत्ति वाली'
केजरीवाल ने इस आरोप पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा रावण के सम्मान में उनके खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। उन्होंने भाजपा नेताओं को ‘राक्षसी प्रवृत्ति’ वाले करार दिया।
केजरीवाल ने कहा, 'मैंने कल कहा था कि रावण ने सोने के हिरण का रूप धारण किया था। भाजपा नेता मेरे घर के बाहर धरने पर बैठे हैं कि मैंने रावण का अपमान क्यों किया।’’ उन्होंने आरोप लगाया, 'उन्हें रावण से बहुत प्यार है, उनमें ‘राक्षसी प्रवृत्ति’ है।'