महाराष्ट्र में घोटालों का इतिहास रहा है। कई बड़े चेहरों के नाम इन घोटालों में सामने आए, कुछ को क्लीन चिट मिली, कुछ हस्तियों के मामले न्यायालयों में लंबित हैं। शरद पवार, अजित पवार, नाना पटोले, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, अनिल देशमुख से लेकर शिवसेना (UBT) चीफ उद्धव ठाकरे तक, एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहे हैं। महायुति सरकार जहां महाविकास अघाड़ी के नेताओं पर घोटाले के संगीन आरोप लगा रही है, वहीं MVA के नेता महायुति पर।

महाराष्ट्र में अभी सत्ता में महायुति सरकार है। ऐसे में महाविकास अघाड़ी के नेता संयुक्त रूप से शिंदे सरकार को कथित भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेर रहे हैं। महाराष्ट्र की राजनीति में इन 5 घोटालों की चर्चा सबसे ज्यादा है। आइए जानते हैं ये कौन से घोटाले हैं जो शिंदे सरकार की सियासी मुश्किलें बढ़ा रहे हैं।  

एंबुलेंस खरीद घोटाला
महाविकास अघाड़ी गठबंधन ने दावा किया है कि महाराष्ट्र में 8000 करोड़ का एंबुलेंस खरीद घोटाला हुआ है। एनसीपी (शरदचंद्र पवार) नेता रोहित पवार ने दावा किया है कि 10 साल के कॉन्ट्रैक्ट के लिए 108 एंबुलेंस लेने के मामले में महायुति सरकार ने 3 कंपनियों से हजारों करोड़ का घोटाला किया है। आरोप है कि सरकार ने पक्षपात करके उन्हीं लोगों को टेंडर दिया, जिनसे सांठगांठ थी।

स्वास्थ्य घोटाला
कांग्रेस ने दावा किया है कि महायुति सरकार ने स्वास्थ्य विभाग में भी घोटाला किया है। विधानसभा में कांग्रेस के नेता विजय वडेट्टीवार ने स्वास्थ्य विभाग में सफाई के नाम पर 3200 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि 21 अप्रैल 2022 को सफाई के नाम पर टेंडर निकालने के लिए सरकार की मंजूरी ली गई थी, जिसे 10 गुना बढ़ा दिया गया। टेंडर नियमों को बढ़ा-चढ़ाकर बताया गया, जिसमें बड़ा घोटाला हुआ है। उन्होंने ये भी आरोप लगाया है कि राज्य के 8 स्वास्थ्य उपनिदेशकों पर ये आरोप लगाया है कि उन पर सरकार ने केवल पसंदीदा कंपनियों को टेंडर देने का दबाव बनाया था।

TDR घोटाला
महाराष्ट्र में कथित टीडीआर घोटाले पर सियासत हो रही है। शिवसेना (UBT) चीफ उद्धव ठाकरे खुद महायुति सरकार पर आरोप लगा चुके हैं कि यह सरकार धारावी के पुनर्विकास के बदले अडाणी को 100 करोड़ वर्गफुट का टीडीआर दे रही है। यह सबसे बड़ा टीडीआर घोटाला है। उन्होंने आरोप लगाया है 7 लाख की आबादी वाले धारावी में सरकार ने सिर्फ 95000 लोगों को पात्र घोषित किया है। उनका कहना है कि साल 2022 से लेकर 2023 के बीच जितने जीआर अडाणी के लिए निकाले हैं, उतने किसी भी विभाग के लिए नहीं निकाले हैं। ये भ्रष्टाचार है। 

कोंढाणा डैम स्कैम
कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने महायुति सरकार पर कोंडाणा बांध परियोजना में 1400 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि सरकार ने हैदराबाद के मेघा इंजीनियरिंग एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड का पक्ष लिया है और सरकार पर कंपनी को गलत तरीके से टेंडर देने का आरोप लगाया है। आरोप है कि इससे मिले पैसों का ही चुनाव में धड़ल्ले से इस्तेमाल किया जा रहा है। 

महाराष्ट्र RTO स्कैम
महाराष्ट्र में विपक्ष ने महायुति सरकार पर RTO स्कैम का आरोप लगाया है। विजय वडेट्टिवार का दावा है कि आरटीओ विभाग में भी जमकर घोटाले हुए हैं। एक-एक दिन में एक अधिकारी 400 डीएल जारी करता है। उसे सिर्फ 70 ही जारी करना होता है। गाड़ियों के अवैध नंबर, हेरफेर से भी कई आरोप महाविकास अघाड़ी गठबंधन के नेता लगा रहे हैं।