बिहार में महागठबंधन की बैठक होने से पहले ही हंगामे की शुरुआत हो गई है। पप्पू यादव, महागठबंधन के कार्यक्रम स्थल पर सिर्फ तेजस्वी यादव की तस्वीर देखकर भड़क गए हैं। उन्होंने कहा है कि इस पोस्टर से गलत संदेश जाएगा, बिहार में वोट सिर्फ राहुल गांधी की तस्वीर देखकर ही पड़ता है। 

पप्पू यादव ने राहुल गांधी को मूल्यों पर चलने वाला नेता बताते हुए कहा है कि वह केवल मूल्यों की राजनीति करते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में वोट राहुल गांधी की विचारधारा पर ही मिलेगा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की महागठबंधन का चेहरा हैं। तेजस्वी और वामदलों का भी चेहरा होना चाहिए।

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पप्पू यादव, सांसद, पूर्णिया:- 
राहुल गांधी के बिना कोई औचित्य है क्या, मैं नहीं मानता। राहुल गांधी की तस्वीर पर ही वोट पड़ता है, किसी और की तस्वीर पर वोट नहीं पड़ता। राहुल गांधी सिंगल चेहरा होने चाहिए, गठबंधऩ में तीनों का चेहरा होना चाहिए। तीनों दलों के नेता होने चाहिए। यह सही नहीं है, इसका संदेश गलत है।

 

पप्पू यादव ने नीतीश कुमार को महागठबंधन में शामिल होने का ऑफर भी दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी उनको खत्म करना चाह रही है, पीठ में खंजर भोंक रही है। हमारे नेता उनका सम्मान करते हैं। हम चाहेंगे कि उनको खंजर भोंका जाता है, उन्हें आदर देने की जरूरत है। मैं इसको अच्छा नहीं मानता हूं, यह शुभ संकेत नहीं है। 

 

 

तस्वीर पर मुकेश सहनी ने क्या कहा? 

वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा, 'मुझे किसी चीज से दिक्कत क्यों होगी? क्या आप मेरे चेहरे पर इतनी खुशी बर्दाश्त नहीं कर सकते? महागठबंधन बहुत मजबूती से आगे बढ़ रहा है।'

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सचिन पायलट:-
राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस साल कांग्रेस पार्टी की एकता को मजबूत का ठान लिया है। हमने पार्टी के भीतर मंथन किया है। सभी सदस्यों को शामिल किया है और उनकी प्रतिक्रिया जुटाई है। सीट बंटवारे के बावजूद महागठबंधन एकजुट है। जनता का समर्थन हमारे साथ है और मामले सुलझ गए हैं। सही समय पर सही फैसला लिया जाएगा। हम चुनाव आयोग से सतर्कता की उम्मीद करते हैं और चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता की मांग करते हैं।

CPI ने क्या कहा?

सीपीआई सांसद पी संदोष ने कहा, 'CPI महागठबंधन का अभिन्न अंग है और यह छह-सात राजनीतिक दलों का गठबंधन है और छह राजनीतिक दलों के बीच सीटों का बंटवारा तय है। कांग्रेस को ज्यादा जिम्मेदारी दिखानी चाहिए। बिहार जैसे राज्य में, जहां चुनाव बेहद अहम हैं, अगर नीतीश सरकार सत्ता खोती है, तो इसका असर केंद्र सरकार पर जरूर पड़ेगा।'


एनडीए ने क्या कहा है?

चिराग पासवान, नेता, एनडीए:-
अहंकार और महत्वाकांक्षा के कारण महागठबंधन के सहयोगियों ने अपने गठबंधन का त्याग कर दिया है। आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में, उस पूरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिर्फ एक आदमी का चेहरा दिखाई दे रहा है। आप 'गठबंधन धर्म' का पालन ऐसे नहीं करते। मुझे नहीं पता कि कांग्रेस इसे कैसे देखेगी लेकिन महागठबंधन को इसकी चिंता करनी चाहिए। मुझे विश्वास है कि हम अब तक की सबसे बड़ी ऐतिहासिक जीत दर्ज करेंगे और इस बार सरकार बनाएंगे।

 

केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान ने कहा, 'मुझे खुशी और संतुष्टि है कि एनडीए के सभी सहयोगी लगातार प्रचार कर रहे हैं। जिस दिन पहले चरण के नामांकन दाखिले समाप्त हुए, हमने प्रचार शुरू कर दिया। प्रचार करते-करते हमारी आवाज भारी हो गई है लेकिन महागठबंधन के लोगों ने अभी भी एसी कमरों से बाहर निकलना जरूरी नहीं समझा। वे आज अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं'

दिलीप जायसवाल:-
जब तेजस्वी यादव, दिल्ली में राहुल गांधी से मिलने गए और राहुल गांधी ने उनके साथ जो व्यवहार किया, उससे लगता है कि आरजेडी और कांग्रेस के बीच दोस्ती कभी नहीं हो सकती। कांग्रेस नहीं चाहती कि आरजेडी उससे आगे बढ़े।