नई दिल्ली विधानसभा सीट से लगातार चौथी बार अरविंद केजरीवाल उम्मीदवार हैं। इसी सीट पर शीला दीक्षित को हरा चुके केजरीवाल को घेरने के लिए कांग्रेस ने शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को उतारा है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) की ओर से चर्चाएं हैं कि पूर्व सीएम साहिब सिंह वर्मा के बेटे और दिल्ली से ही पूर्व सांसद रहे प्रवेश वर्मा केजरीवाल के सामने उतर सकते हैं। इससे पहले कि वह चुनाव में उतरें, वह एक विवाद में घिर गए हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेताओं और सीएम आतिशी ने आरोप लगाए हैं कि प्रवेश वर्मा ने नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में महिलाओं को पैसे बांटने शुरू कर दिए हैं। अब प्रवेश वर्मा ने भी इस पर स्पष्टीकरण दिया है और तंज कसा है कि कम से कम वह शराब तो नहीं बांट रहे हैं।
इससे पहले सीएम आतिशी ने एक ट्वीट में कुछ महिलाओं की तस्वीरें भी शेयर कीं जिनमें वे पैसे लिए दिख रही हैं। इन तस्वीरें के साथ आतिशी ने लिखा, 'बीजेपी आज वोट के लिए पैसे बांटते हुए रंगे हाथों पकड़ी गई। प्रवेश वर्मा जी के सरकारी बंगले- 20 विंज़र प्लेस- पर स्थानीय महिलाओं को ₹1100 कैश में दिए जा रहे थे। इसके साथ मोदी जी, अमित शाह जी और कमल निशान का पर्चा भी था। हमारे पास यह सूचना है कि अभी भी घर के अंदर करोड़ों रुपए कैश पड़ा है। ED और CBI को तुरंत रेड कर के पैसे बरामद कर, प्रवेश वर्मा जी को तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए।'
हमलावर है AAP
AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा, 'राजधानी दिल्ली में चुनाव आयोग की नाक के नीचे अरविंद केजरीवाल के क्षेत्र में खुलेआम हजार-हजार रुपये बांटे जा रहे हैं और जो वहां से संभावित प्रत्याशी प्रवेश वर्मा हैं, वह पैसे बांट रहे हैं। करोड़ों रुपये अभी भी उनके घर में हैं। ईडी-सीबीआई क्या कर रही है, क्यों नहीं छापे मारती? हम लोगों के यहां तो जब देखो जांच एजेंसियां पहुंच जाती हैं। इतना बड़ा खुलासा हुआ है। क्या कर रही हैं ये एजेंसियां? इतना बड़ा खेल हो रहा है दिल्ली में? हम मांग करते हैं कि पूरा घर सीज किया जाए और वहां से पैसा निकाला न जा सके। इसकी पूरी जांच की जाए।'
आरोपों पर क्या बोले प्रवेश वर्मा?
खुद पर लगे आरोपों के बारे में पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा, 'मैंने अरविंद केजरीवाल, सीएम आतिशी और सांसद संजय सिंह के बयान मैंने देखे हैं। AAP के इतने बड़े-बड़े नेताओं को नई दिल्ली विधानसभा की चिंता करते मैं देख रहा हूं तो मुझे अच्छा लग रहा है कि सबकुछ अच्छा हो रहा है। मैं आपको बताना चाहता हूं कि मेरे पिताजी द्वारा राष्ट्रीय स्वाभिमान संस्था का निर्माण आज से लगभग 25 वर्ष पहले किया गया था। मेरी संस्था बहुत पुरानी है। मेरे पिताजी ने मुझे संस्कार दिए कि जो जरूरतमंद हैं उनकी मदद करो। कोविड में हमने 5 करोड़ रुपये अपनी जेब से लगाकर संस्था के द्वारा मदद की।'
प्रवेश वर्मा ने आगे कहा, 'आज मुझे बहुत अच्छा लग रहा है कि केजरीवाल जी और आतिशी जी हमारे काम की सराहना कर रहे हैं। मैं पिछले 11 दिन से जो महिलाओं का दुख देख रहा हूं, वह केजरीवाल जी पिछले 11 साल से नहीं देख पाए। यहां की महिलाओं ने उनको तीन बार वोट किया, मैं महिलाओं से मिला तो उन्होंने बताया कि न तो उनका राशन कार्ड है, न पेंशन है और न ही कोई आय का साधन है। मैंने उनकी समस्याएं देखीं तो मुझसे उनका दुख देखा नहीं गया। तब मैंने फैसला किया कि मैं अपनी संस्था की ओर से इन महिलाओं की आर्थिक मदद करेंगे। हमने इसी के जरिए यह सहायता राशि देनी शुरू की। मुझे इस बात की खुशी है कि कम से कम मैं यहां पर शराब नहीं बांट रहा हूं जैसा कि केजरीवाल जी कर रहे थे। मुझे खुशी है कि मैं गरीब माताओं-बहनों की सहायता कर रहा हूं। मैं अपने घर के पैसे, अपने अकाउंट के पैसे और अपनी संस्था के पैसों से यहां की माताओं-बहनों की मदद कर रहा हूं।'