दिल्ली के विधानसभा चुनाव में 'शीशमहल' काफी चर्चा में रहने वाला है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) पहले ही इसको लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) के मुखिया और पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल पर हमलावर है। अब कहा जा रहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास को नए सिरे से बनाने में न सिर्फ बेतहाशा खर्च किया गया बल्कि कई चीजों की लागत पहले कुछ और थी और बाद में लगभग तीन गुना बढ़ गई। इन सबमें महंगी फ्लोर टाइल्स, टीवी, मिनीबार, सिल्क कारपेट, महंगे पर्दों और किचन से जुड़े सामान की कीमतों को लेकर भी कई अहम बातें कही गई हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी ने कहा है कि चुनाव के समय इस तरह की बातें लेकर सिर्फ ध्यान भटकाने की कोशिश भर है।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व CAG जी सी मुर्मू ने अपना कार्यकाल खत्म होने से पहले जिन रिपोर्ट पर दस्तखत किए थे उनमें एक रिपोर्ट दिल्ली के सीएम हाउस से जुड़ी हुई भी है। कहा जा रहा है कि इस रिपोर्ट में यह लिखा गया है कि चीजों के दाम लगातार बढ़ते गए और इस आवास में जमकर खर्च किया गया। फ्लैग स्टाफ रोड, दिल्ली का 6 नंबर का बंगला दिल्ली के मुख्यमंत्री का निवास है। मौजूदा समय में इसमें सीएम आतिशी रहती हैं। दिल्ली के लोक निर्माण विभाग ने इसको रेनोवेट करने का काम साल 2022 में पूरा किया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, शुरुआती अनुमान था कि यह काम 7.91 करोड़ रुपये में हो जाएगा, बाद में इसे बढ़ाकर 8.62 करोड़ किया गया लेकिन यह काम कुल 33.66 करोड़ रुपये में पूरा हुआ।ट
कहां खर्च हो गए इतने पैसे?
सूत्रों के मुताबिक, CAG रिपोर्ट में इस घर को नए सिरे से बनाने को लेकर हुई गड़बड़ियों पर एक अलग चैप्टर है। फिलहाल, इस रिपोर्ट को पेश नहीं किया गया है। इसी रिपोर्ट के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा है कि 33.66 करोड़ रुपये में से 18.88 करोड़ रुपये सिर्फ लग्जरी आइटम और सजावट की चीजों पर खर्ज किए गए है।
इसी रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है कि किचन से जुड़ी चीजों पर 39 लाख रुपये पर्दों पर 96 लाख रुपये टीवी कंसोल पर 20.34 लाख, जिम और ट्रेडमिल पर 18.52 लाख, सिल्क कारपेट पर 16.27 लाख रुपये और मिनीबार बनाने के लिए 4.80 लाख रुपये खर्च किए गए। पहले फ्लोर टाइल 5.5 लाख रुपये में लगाए जाने थे लेकिन बाद में इस पर 14 लाख रुपये खर्च कर दिए गए है।
हमलावर है BJP
विधानसभा चुनाव से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने भी दिल्ली में एक सभा को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने भी इसी घर को लेकर केजरीवाल को घेरा था। अब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी कथित 'शीशमहल' के बहाने AAP और केजरीवाल को आड़े हाथ लिया है। ऐसे में यह तो स्पष्ट है कि दिल्ली चुनाव में BJP इस मामले को मुद्दा बनाने वाली है। यही वजह है कि बीजेपी के नेता बार-बार मांग कर रहे हैं कि विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर CAG रिपोर्ट को सदन के पटल पर रखा जाए।
AAP ने क्या कहा?
इस बारे में AAP का कहना है, 'यह बीजेपी की ओर से की जा रही ध्यान भटकाने की कोशिश है क्योंकि उनके पास कोई नैरेटिव नहीं है। पीडब्ल्यूडी की ओर से बनाए गए सीएम के आधिकारिक आवास के बारे में एक ऐसी पार्टी के नेताओं से सुनना बड़ा अजीब लगता है जिसके नेता 2700 करोड़ के घर में रहते हैं, 8400 करोड़ के एयरक्राफ्ट में घूमते हैं और 10 लाख का सूट पहनते हैं।' बता दें कि लंबे समय से इस घर को लेकर लग रहे आरोपों पर AAP यही कहती आई है कि यह सीएम का आधिकारिक आवास है, केजरीवाल की निजी संपत्ति नहीं।