रोहिणी विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के दबदबे वाली विधानसभा रही है। साल 2015 से लेकर अब तक हुए चुनावों में बीजेपी इस सीट से जीतते आई है। यह दिल्ली बीजेपी के दिग्गज नेताओं में शुमार विजेंद्र गुप्ता की सीट है।  रोहिणी नगर निगम के 3 वार्ड इस विधानसभा में आते हैं। रोहिणी डी, रोहिणी ई और रोहिणी एफ। साल 2022 में हुए नगर निगम चुनावों में तीनों वार्डों में बीजेपी की जीत हुई थी।

रोहिणी में भी सड़क, स्वास्थ्य, सफाई और पानी बड़ी समस्या है। यहां के मौजूदा विधायक विजेंद्र गुप्ता से लेकर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता तक, एक ही बात कह रहे हैं। रोहिणी में खराब कचरा प्रबंधन और प्रमुख पार्कों की साफ-सफाई को भी स्थानीय लोग बड़ा मुद्दा बता रहे हैं।

रोहिणी विधानसभा का जातीय गणित क्या है?
रोहिणी विधानसभा में सामान्य सीट है। यहां वैश्व समुदाय के लोगों की संख्या 18 फीसदी है। ब्राह्मण आबादी 12 फीसदी और पंजाबी 12 फीसदी हैं। यहां की कुल आबादी में 20 फीसदी अनुसूचित जाति के लोग और 8 प्रतिशत जाट समुदाय के लोग रहते हैं। अन्य जातियों की संख्या 26 फीसदी है। 

कैसा था 2020 का चुनाव?
रोहिणी में साल 2013 में आम आदमी पार्टी ने चुनाव जीता था। साल 2013 में इस विधानसभा सीट से राजेश गर्ग जीते थे। साल 2015 और 20 में बीजेपी के विजेंद्र गुप्ता ही चुनाव में विजयी हुए। साल 2020 में इस सीट पर विजेद्र गुप्ता को 62174 वोट पड़े। दूसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी के नतेा राजेश नामा रहे। उन्हें 49526 वोट पड़े थे। कांग्रेस के सुमेश गुप्ता को महज 1963 वोट पड़े थे। आम आदमी पार्टी ने इस विधानसभा सीट से प्रदीप मित्तल को उतारा है, वहीं ऐसा माना जा रहा है कि बीजेपी इस सीट से एक बार फिर विजेंद्र गुप्ता को ही उतारेगी। 


कैसा है सीट का इतिहास?
साल 2008 में इस विधानसभा से जय भगवान अग्रवाल विधायक थे। साल 2013 में आम आदमी पार्टी के नेता राजेश गर्ग को जीत मिली। 2015 और 2020 दोनों बार विजेंद्र गुप्ता ही चुने गए।

रोहिणी के मुद्दे क्या हैं?
रोहिणी विधानसभा में पानी, बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य अहम मुद्दे हैं। यहां के विधायक विजेंद्र गुप्ता खुद कहते हैं कि जनता पानी, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़कों की बदहाली झेल रही है। वह मौजूदा विधायक हैं और यही मुद्दा उठा रहे हैं। 

इस बार चुनावी मैदान में कौन-कौन है?
आम आदमी पार्टी ने रोहिणी विधानसभा सीट से प्रदीप मित्तल को उतारा है। बीजेपी ने विजेंद्र गुप्ता पर भरोसा जताया है, वहीं कांग्रेस ने सुमेश गुप्ता को टिकट दिया है।