प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को झारखंड की एक चुनावी जनसभा में कहा है कि आदिवासी लोग राज्य में ताकतवर स्थिति में आएं, ऐसा कांग्रेस कभी नहीं चाहती है। उन्होंने आरोप लगाया है कि कांग्रेस चाहती है कि आदिवासी, पिछड़े ही रहें। झारखंड के गुमला में प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तक का अपमान किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने न केवल झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन का अपमान किया है, बल्कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का भी अपमान किया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी आरोप लगाया है कि कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा, आदिवासियों को उनकी उपजातियों में लड़ाकर, उन्हें कमजोर करने की साजिश रच रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आदिवासियों के विभाजन को लेकर कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा को घेर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'अगर आप जातियों में टूटेंगे तो आदिवासियों की ताकत कम हो जाएगी। इसलिए मैं कहता हूं- एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे। सच्चाई यही है कि कांग्रेस और उसके साथी आदिवासी संतानों को ऊंचाई पर देख ही नहीं सकते। यहां झारखंड में अभी जो हमारे चंपई सोरेन जी के साथ किया गया, वो भी इसी कांग्रेसी सोच का नतीजा है।'
आदिवासियों को नहीं सहती कांग्रेस, क्या हैं इस बयान के मायने?
झारखंड की करीब 26 फीसदी आबादी आदिवासी है। जब भारतीय जनता पार्टी ने जून 2022 में राष्ट्रपति पद के लिए द्रौपदी मुर्मू का नाम आगे किया था, तब कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और एनसीपी जैसी विपक्षी पार्टियों ने साझा उम्मीदवार के तौर पर यशवंत सिन्हा का नाम आगे बढ़ाया था। द्रौपदी मुर्मू, आदिवासी समाज से आती हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा के दिग्गज नेताओं में शुमार रहे चंपाई सोरेन, हेमंत सोरेन की जगह मुख्यमंत्री बनाए गए थे। जब हेमंत सोरेन जेल से रिहा हुए तो उन्होंने चंपाई सोरेन को हटाकर खुद मुख्यमंत्री का पद संभाल लिया। बीजेपी ने इसे भी आदिवासियों का अपमान बताया। दिलचस्प तथ्य ये है कि खुद हेमंत सोरेन भी आदिवासी ही हैं।
आदिवासियों पर क्यों JMM-कांग्रेस को घेर रहे पीएम?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'हमें ये नहीं भूलना है कि कांग्रेस का द्रौपदी मुर्मू जी के साथ कैसा व्यवहार रहा है। कांग्रेस ने आदिवासी बेटी को राष्ट्रपति चुनाव में हराने के लिए पूरा दम लगा दिया। आज भी कांग्रेस के लोग माननीया राष्ट्रपति जी का अपमान करने से बाज नहीं आते। आज भाजपा की सरकारों में बड़ी संख्या में आदिवासी मंत्री हैं। देश के अनेक राज्यों में राज्यपाल मेरे आदिवासी भाई-बहन हैं। भाजपा-एनडीए ने ही द्रौपदी मुर्मू जी को देश की राष्ट्रपति बनाया है। ये हमारी सरकार है जिसने बिरसा मुंडा के जन्मदिवस को जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया है। इस बार तो उनकी 150वीं जन्मजयंती है। 15 नवंबर से आने वाले एक साल तक हम देश के हर कोने में इसे जनजातीय गौरव वर्ष के रूप में मनाने जा रहे हैं। हमने जनजातीय समाज के लिए अलग मंत्रालय बनाया।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, '2014 में जब आपने मुझे सेवा का अवसर दिया, तब से अनेक ऐतिहासिक काम आपके कल्याण और आपके बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए करते रहे हैं। झारखंड में घुसपैठ रोकने के लिए यहां भाजपा सरकार चाहिए। झारखंड की पहचान को बचाने के लिए यहां भाजपा सरकार चाहिए। नौजवानों को नौकरी मिले, महिलाओं को सुरक्षा मिले, इसके लिए यहां भाजपा सरकार चाहिए।'
JMM-कांग्रेस का आदिवासियों पर रुख क्या है?
भारतीय जनता पार्टी, झारखंड में काफी हद तक, यह कैंपेनिंग करने में कामयाब रही है कि झारखंड में अवैध बांग्लादेशी घुसपैठ हुई है, उन्हें सरकारी शरण मिला है, जिससे वे आदिवासियों की जमीनें हड़प रहे हैं। मुस्लिम आबादी, आदिवासियों की बेटियों के साथ शादी करके, उनके नाम से जमीनें खरीद रहे हैं, घर बसा रहे हैं। स्थानीय राजनीति में वे दखल दे रहे हैं, पैसों से आदिवासियों का ही शोषण कर रहे हैं। इसके इतर, आदिवासी जमीनों को भूमि की प्रकृति बदलकर बेचा जा रहा है, यह सब हेमंत सोरेन सरकार में हो रहा है, जो खुद आदिवासी समुदाय से आते हैं। बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार ने आदिवासियों के साथ छल किया है, उनका शोषण किया जा रहा है। बीजेपी का मानना है कि कांग्रेस और जेएमएम, अल्पसंख्यक वोटों के तुष्टीकरण के लिए इस मुद्दे पर कुछ बोलती ही नहीं है। जेएमएम से ही बागी होकर निकले नेता चंपाई सोरेन, मुखर होकर इस मुद्दे पर बोल रहे हैं।
झारखंड को संवारना क्यों चाहते हैं पीएम?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'बीजेपी और एनडीए का एक ही मंत्र है- हमने झारखंड बनाया है, हम ही झारखंड संवारेंगे। ऐसे लोग, कभी झारखंड का विकास नहीं करेंगे जो झारखंड राज्य के निर्माण के ही विरोधी हैं। बीजेपी चाहती है कि गरीब को पक्का घर मिले, शहरों-गांवों में अच्छे रास्ते बनें, बिजली-पानी मिले, इलाज की सुविधा हो, पढ़ाई की सुविधा हो, सिंचाई के लिए पानी मिले, बुढ़ापे में दवाई मिले। लेकिन JMM सरकार के पिछले 5 साल में आपके हक की ये सुविधाएं JMM और कांग्रेस के लोगों ने लूट लीं।'
नोटों के पहाड़ का क्यों पीएम ने किया जिक्र?
प्रधानमंत्री ने कहा, 'BJP चाहती थी कि गरीब को पक्का घर मिले, शहरों-गांवों में अच्छे रास्ते बनें, बिजली-पानी मिले, इलाज की सुविधा हो, पढ़ाई की सुविधा हो, सिंचाई के लिए पानी मिले, बुढ़ापे में दवाई मिले। लेकिन JMM सरकार के पिछले 5 साल में आपके हक की ये सुविधाएं JMM और कांग्रेस के लोगों ने लूट लीं। कांग्रेस-JMM वाले झारखंड में नदी, नाला, पहाड़ सब बेचने में लगे हैं। इनके नेताओं ने तो बालू की तस्करी करके महल खड़े कर दिए। ये लोग तो जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र में भी घूस ले रहे हैं। JMM और कांग्रेस को आप लोगों के सुख-दुख से कोई लेना देना नहीं है। ये अपनी तिजोरियां भरने में मस्त हैं।'
पीएम मोदी ने कहा, 'आपने तो JMM और कांग्रेस के नेताओं-मंत्रियों के नोटों के पहाड़ देखें हैं। मैं मुख्यमंत्री रहा और प्रधानमंत्री भी बन गया, लेकिन मैंने अपनी जिंदगी में इतने बड़े नोटों के पहाड़ नहीं देखे थे। पहली बार टीवी पर ही ऐसे पहाड़ देखे। इतने नोट निकले की मशीनें गिनते-गिनते थक गई।' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड में 5 मई 2024 के एक ईडी रेड की ओर इशारा किया है। यह रेड, ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम से जुड़े लोगों के परिसरों पर पड़ी थी, जहां 20 से 30 करोड़ रुपये का कैश बरामद हुआ था।