आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नई दिल्ली विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे बीजेपी नेता प्रवेश वर्मा चुनाव आयोग के निशाने पर आ गए हैं। रोजगार मेला और हर घर नौकरी के चुनावी वादे पर घिर गए हैं। 

प्रवेश वर्मा ने ऐलान किया था कि अगर उनकी सरकार सत्ता में आई तो हर घर नौकरी दी जाएगी। अब जिला निर्वाचन अधिकारी (DEO) ने आरोपों की जांच के लिए इस केस को पुलिस के पास भेज दिया है। उन पर चुनावी आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप हैं।

हर घर नौकरी अभियान पर घिरे प्रवेश वर्मा
प्रवेश वर्मा ने बीते सप्ताह हर घर नौकरी अभियान का ऐलान किया था। उनके इस ऐलान का मकसद विधानसभा में रहने वाले युवाओं को देशभर की 50 प्रमुख कंपनियों में रोजगार दिलाना था। यह रोजगार मेला 15 जनवरी को आयोजित होने वाला था। 

AAP की शिकायत में क्या है?
स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि आम आदमी पार्टी के कानूनी प्रकोष्ठ और अरविंद केजरीवाल ने इस योजना के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। शिकायतों में हर घर नौकरी अभियान के तहत लोगों के रजिस्ट्रेशन, शिविर लगाने और 1100 रुपये बांटे जाने का जिक्र किया गया है।

अब तक क्या मिला है?
चुनाव अधिकारियों ने अलग-अलग रिपोर्ट में कहा है कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की जांच के लिए गठित दल को अभी तक ऐसा कोई दस्तावेज नहीं मिला है, जिससे उन पर लगे आरोप साबित हों। कोई रजिस्ट्रेशन की पर्ची भी अभी तक नहीं मिली है।

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चुनाव आयोग जांच क्या करेगा?
नई दिल्ली के डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिसर ने दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) को सौंपी गई एक्शन रिपोर्ट में कहा है कि पुलिस इस केस की छानबीन कर रही है। पुलिस अधिकारियों को रोजगार शिविर लगाने और 1100 रुपये बांटने के आरोपों की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। जनप्रतिनिधित्व अधिनियम के अनुसार कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए गए हैं।

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अब आगे क्या?
अब 15 जनवरी को कथित रोजगार शिविर आयोजित नहीं किया जा सकेगा। चुनाव आयोग ने इसे रोकने के आदेश दिए हैं। अरविंद केजरीवाल, प्रवेश वर्मा और कांग्रेस में पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित चुनावी मैदान में हैं।

प्रवेश वर्मा पर क्या एक्शन हो सकता है?
अगर प्रवेश वर्मा दोषी पाए जाते हैं तो अदालती प्रक्रिया के बाद उनकी उम्मीदवारी खारिज की जा सकती है।