चित्रागंदा सिंह इंडस्ट्री की बेहतरीन अभिनेत्रियों में से एक हैं। उन्होंने एक से बढ़कर एक फिल्में की हैं। वह 7 साल बाद अक्षय कुमार की फिल्म 'हाउसफुल 5' में नजर आई थी। अब वह सलमान खान की फिल्म 'बैटल ऑफ गलवान' में नजर आएंगी। उनसे पूछा गया कि वह इतने सालों से सिनेमाघरों से दूर थी। आपने क्या मिस किया?

 

इसके जवाब में चित्रागंदा ने कहा, 'एक्टर होने के यही मुश्किल है कि आपको बस बैठकर इंतजार करना होता है। यह उस धैर्य के बारे में है जब आप दो प्रोजेक्ट्स के बीच इंतजार कर रहे होते हैं। इस दौरान आपको कई प्रोजेक्ट्स को ना कहना पड़ता है भले ही आप काम नहीं करते हैं। कई बार उस तरह का काम नहीं मिलता है जो हम करना चाहते हैं। यह दौर हर क्रिएटिव इंसान के जीवन पर आता है और यही इस पेशे की सबसे बड़ी मुश्किल है।'

 

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चित्रागंदा को क्यों नहीं मिल रहा है काम?

चित्रांगदा सिंह कहती हैं कि अच्छे काम का इंतजार करने के साथ- साथ अपना ध्यान प्रोडक्शन पर भी लगाया। उन्होंने कहा, 'मैं एक और प्रोजेक्ट पर बतौर प्रोड्यूसर काम कर रही हूं। यह एक बायोपिक है जिस पर हम काम कर रहे हैं। इसके अलावा एक वेब सीरीज पर भी काम कर रही हूं। मुझे यह माध्यम बहुत पसंद है और मैं इसके साथ हमेशा जुड़ी रहना चाहती हूं। भले ही मेरे पास काम ना हो तभी भी मैं लेखकों के साथ बैठकर कुछ न कुछ अच्छी स्टोरी निकालने का काम करूंगी।'

 

चित्रागंदा से पूछा गया कि आपको अच्छा प्रोजेक्ट क्यों नहीं मिलता है। अभिनेत्री ने कहा, 'एक तो मैं मुंबई में नहीं रहती हूं। इस वजह से लोगों को लगता है कि मैं उनके प्रोजेक्ट को मना कर दूंगी। दूसरा मेरी एक बोल्ड छवि बन गई है तो लोग मुझे एक ही जैसा किरदार के लिए अप्रोच किया जाता है।'

 

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'हाउसफुल 5' अभिनेत्री ने कहा, 'कई बार मुझे अच्छे प्रोजेक्ट को छोड़ने का पछतावा होता है। कई बार ऐसा होता है कि मैं किसी स्टोरी को सुनती हो तो मेरा मन करता है अपना सिर पटक लूं। मैं उस समय क्या सोच रही थी और मैंने उन लोगों की बात क्यों सुनी। एक अभिनेता के तौर पर हमेशा आपको अपने दिल की आवाज सुननी चाहिए। दूसरों की बातों को सुनने से बचें।'