बॉलीवुड को अपने तमाम अनोखे किस्सों की वजह से जाना जाता है। फिल्मों सितारों के किस्से तो रील लाइफ से ज्यादा रोचक रियल लाइफ में रहे हैं। ऐसा ही एक किरदार बॉलीवुड में हुईं जिन्हें भारत में सबसे पहले लक्स साबुन का विज्ञापन मिला। वह भी उस जमाने में जब विज्ञापनों में देह दिखाने में वह सहजता नहीं थी जो आज है। उस अदाकारा ने देश की आजादी की लड़ाई में भी योगदान दिया और समाज को कई बार आईना दिखाया। पति से तलाक हुआ तो अपने दम पर बच्चों को पाला, हिम्मत और साहस से काम चुना और अपने काम के दम पर बॉलीवुड में अपनी धाक भी जमाई।

 

यह कहानी लीला चिटनिस की है। वह हिरोइन जिसने उस वक्त सिनेमा में काम किया जब महिलाएं सिनेमा से दूर ही रहा करती थीं। पढ़ी-लिखी लीला चिटनिस ने उस धारणा को भी तोड़ा जिसमें कहा जाता था कि हीरो-हिरोइन ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं होते। जिस जमाने में लड़कियों को लोग स्कूल तक नहीं भेजते थे, उस वक्त में लीला चिटनिस ने ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई की। आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों का विरोध किया। पढ़ी-लिखी होने के बावजूद लीला चिटनिस की शादी कम उम्र में हो गई। चार बच्चे तो हो गए लेकिन शादीशुदा जिंदगी में खटपट शुरू हो गई।

 

तलाक लिया और टीचर बन गईं लीला

 

उसी वक्त में लीला ने तलाक लिया और एक स्कूल में पढ़ाने लगीं। उन्होंने नाटकों के साथ-साथ फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था। पहले साइड रोल करने वाली लीला को साल 1937 में आई फिल्म 'जेंटलमैन डाकू' में अच्छा काम मिला जिसमें वह एक पुरुष की भूमिका में दिखीं। इसके बाद वह कंगन, आजाद, झूला और बॉम्बे टाकीज जैसी फिल्मों में आईं और अपना जलवा बिखेर दिया।

 

लक्स के उस विज्ञापन में लीला चिटनिस का क्लोजप फोटो छपा था जिसमें वह माथबेदी, बिंदी और गजरा पहने हुए थीं। ब्लैक एंड व्हाइट फोटो में भी चमकते चेहरे के साथ एक ब्यूटी सीक्रेट लिखा गया था जो लीला चिटनिस के हवाले से लिखा गया था। लीला चिटनिस के बाद मधुबाला जैसी तमाम बॉलीवुड अदाकाराओं ने लक्स के विज्ञापन में काम किया। 1941 में लीला चिटनिस के साथ शुरू हुआ यह सिललिसा आज तक जारी है।

 

लीला चिटनिस ही वह पहली हिरोइन थीं जिसे लक्स साबुन का विज्ञापन मिला। खूब फिल्में करने के बाद लीला चिटनिस ने साल 1987 में फिल्मों में काम करना बंद कर दिया और अमेरिका चली गईं। साल 2003 में 93 साल की उम्र में उनका निधन हो गया।