बॉलीवुड निर्देशक इम्तियाज अली (Imtiaz Ali) हाल ही में गोवा में चल रहे 55वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में शामिल हुए। निर्देशक को पैनल में महिला सुरक्षा के मामले पर बात करने के लिए बुलाया गया। उनके साथ पैनल में भूमि पेडनेकर और वाणी कपूर भी मौजूद थी। महिलाओं की सुरक्षों पर बात करते हुए निर्देशक ने कहा कि मेरे 15 से 20 साल के करियर में ऐसा तीन बार हुआ जब एक्ट्रेस की सुरक्षा को देखते हुए किसी क्रू मेंबर को हटाना पड़ा है। मुझे लगता है कि हिंदी सिनेमा में महिलाएं हमेशा से सुरक्षित थीं और हैं। उन्होंने कहा कि मैंने कास्टिंग काउच के बारे में बहुत सुना है। लेकिन मुझे लगता है कि महिलाओं को नो बोलना आना चाहिए।

 

मुझे नहीं लगता है कि अगर कोई लड़की कॉम्प्रोमाइज कर लेती है तो इसका मतलब है कि उसे रोल पक्का मिल गया है। अगर आप अपनी इज्जत करेंगी तो बाकी लोग भी करेंगे। रॉकस्टार निर्देशक के बयान पर फिल्म प्रोड्यूसर-लेखिका विंता नंदा भड़की हुई हैं। अब इम्तियाज ने अपने बयान पर सफाई दी है।

 

इम्तियाज ने दी सफाई

 

इम्तियाज ने कहा, मेरे बयान को गलत तरीके से लिया गया है। मैं अपना स्पष्टीकरण देना चाहता हूं। विंता जी और मेरे बाकी दोस्त मैंने हैरेसमेंट के केसे को निकारा नहीं है। असल में ये परेशान करने वाली बात है जिससे गंभीरता से निपटना चाहिए। मैं उन चीजों की तरफ इशारा किया था कि इन घटनाओं की वजह से सेट पर काम करने वाले 100 पुरुषों को हीन भावना से देखा जाता है क्योंकि कुछ लोग इस तरह के गलत काम करते हैं। ये बहुत ही भयानक और शर्मनाक चीज है। हम सबको साथ मिलकर इसके खिलाफ लड़ना होगा।

 

 

विंता नंदा का फूटा इम्तियाज पर गुस्सा

 

 

 

विंता नंदा ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट लिखा, 'इम्तियाज अली को महिलाओं के बारे में बोलने का अधिकार किसने दिया। करीना कपूर सुरक्षित हैं क्योंकि उनके पास सबकुछ है। इम्तियाज को पता होना चाहिए कि कास्टिंग काउच जैसी चीज भी होती है। उन्हें महिलाओं के बारे में बोलने के लिए किसने चुना है ताकि वो सारी सच्चाई पर पर्दा डाल सकें। उनके जैसे लोगों में अगर समझ आ जाए कि जिसके बारे में एक्सपीरियंस नहीं है उसके बारे में ना बोले। फिर माना जा सकता है कि बदलाव हो रहा है'।