हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला नहीं रहे। 89 साल की उम्र में उन्होंने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में आखिरी सांस ली। वह उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। वह राजनीति के कद्दावर नेता में से एक थे। उन्होंने अपने पिता देवीलाल की राजनितिक विरासत को संभाला। उनके 5 भाई हैं। उनके बच्चे भी राजनीति में सक्रिय हैं। उन्होंने स्कूली पढ़ाई बीच में छोड़कर ही राजनीति में कदम रखा। वह हरियाणा के सीएम चार बार बने थे। हमेशा से पढ़ाई- लिखाई की तरफ उनकी दिलचस्पी थी। उन्होंने हरियाणा की शिक्षा नीति में कई बदलाव किए। वहां के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले, इसके लिए उन्होंने कई योजानाएं भी बनाईं। आइए जानते हैं कितना पढ़े लिखे थे हरियाणा के पूर्व सीएम?

 

उन्हें परीक्षा में धंधाली करने के आरोप में जेल की सजा हुई। उन्होंने जेल में रहकर फैसला किया था कि वह अपनी पढ़ाई पूरी करेंगे। उनका अंग्रेजी भाषा की तरफ हमेशा से बहुत पसंद थीय़ उन्होंने 87 साल की उम्र में उन्होंने 10वीं और 12वीं की परीक्षा फर्स्ट डिविजन के साथ पास की थी।

 

87 साल की उम्र में पास की थी 10वीं- 12वीं 

 

साल 2019 में उन्होंने तिहाड़ जेल में रहकर अपनी 10वीं की परीक्षा दी था। अंग्रेजी विषय के पेपर में शामिल नहीं होने के कारण उन्हें अंग्रेजी में कंपार्टमेंट दिया गया था। इस कारण उनका12वीं का रिजल्ट भी रोक दिया गया था। साल 2021 में उन्होंने दोबारा अंग्रेजी विषय का पेपर दिया जिसमें 88 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे। साल 2022 में उन्हें 10वीं और 12 वीं की डिग्री मिली। उन्होंने परीक्षा पास करने के बाद बेहद खुशी जताई थी। उन्होंने कहा था कि मैंने जेल में रहकर ये फैसला किया था कि अपनी एजुकेशन क्वॉलिफिकेशन पर काम करेंगे।

 

ओम चौटाला पर बनी है फिल्म 'दसवीं'

 

अभिषेक बच्चन और निम्रत कौर की 'दसवीं' ओम चौटाला से इंस्पायर हैं। इस फिल्म को दर्शकों ने खूब पसंद किया था। ओम प्रकाश चौटाल के 10वीं और 12वीं का एग्जाम क्लियर करने पर दोनों स्टार्स ने ट्विटर पर उन्हें बधाई दी थी।

 

हरियाणा की शिक्षा नीति पर किया काम

 

उन्होंने हरियाणा की शिक्षा नीती पर खूब काम किया। उसे बढ़ाने के लिए तमाम योजनाएं लाई जिसकी मदद से बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके। साल 2022 में उन्होंने 'सर्व शिक्षा अभियान' को लॉन्च किया था जिसमें पहली से 8वीं क्लास तक के बच्चे को फ्री में शिक्षा दी जाएगी। शिक्षा विभाग ने 'अभियान' प्रोग्राम लॉन्च किया था। इसके अलावा उन्होंने पहली क्लास से अंग्रेजी को विषय के तौर पर लॉन्च किया था। 6वीं क्लास से बच्चों को कम्प्यूटर चलाने की शिक्षा दी जाए।