कई बार उम्र चुटकियों में निकल जाती है तो किसी की काटे नहीं कटती। किसी की उम्र निकल जाती है और कामयाबी मुकम्मल नहीं हो पाती। वहीं कोई ऐसा होता है जिसके पीछे कामयाबी शुरू से ही पड़ जाती है। ऐसी ही एक लड़की थी जिसे 14 साल में ही फिल्मों के ऑफर मिलने लगे थे। शुरुआत में इनकार किया लेकिन अंजाम को कहां कोई रोक पाया है। एक और ऑफर मिला तो स्वीकार कर लिया क्योंकि इस लड़की को पढ़ाई से छुटकारा पाना था। अब उनके फैन्स को लगता है कि काश पढ़ाई ही कर लेती तो आज जिंदा होती। स्टारडम से दूर रहती तो शायद जिंदा होती। 

यह कहानी दिव्या भारती की है जो बेहद कम उम्र में फिल्मों में आईं और संदिग्ध तरीके से उनकी मौत हो गई। गोविंदा के भाई कीर्ति कुमार ने पहली फिल्म दी लेकिन आखिर में इस फिल्म में जूही चावला ने काम किया। आरोप तो यह भी लगे कि गोविंदा और दिव्या भारती का अफेयर शुरू हो गया था और इसी से नाराज होकर कीर्ति कुमार ने दिव्या को फिल्म से निकाल दिया। हालांकि, यह राज भी तो दिव्या की मौत के साथ ही चला गया।

1990 में तेुलुगू फिल्म बोबली राजा से डेब्यू करने वाली दिव्या ने कुछ ही सालों में फिल्मी दुनिया में तहलका मचा दिया था। घर के बाहर निर्देशकों और निर्माताओं की लाइन लगने लगी थी। सनी देओल के साथ विश्वात्मा फिल्म में काम करके हिंदी सिनेमा में एंट्री मारी और यहां भी झंडे गाड़ दिए। इसी साल 10 और फिल्मों में काम किया। फिल्म शोला और शबनम के सेट पर गोविंदा से मिलने आए प्रोड्यूसर साजिद नाडियाडवाला से आखें चार हुईं तो साजिद ने दिव्या को प्रपोज कर दिया।

नाम बदलकर बन गईं सना

प्रपोजल स्वीकार हो गया और 10 मई 1992 को शादी भी हो गई। साजिद मुसलमान थे तो दिव्या ने भी इस्लाम कबूल करके अपना नाम सना रख लिया। कहा जाता है कि शादी के बाद से ही उनका बुरा दौर शुरू हो गया। वह साजिद से नाराज रहने लगीं। दोनों के बीच मामला ठीक नहीं चल रहा था। इसी बीच 5 अप्रैल 1993 को 5वें मंजिल पर मौजूद अपने ही घर की बालकनी से गिरने के बाद दिव्या भारत की मौत हो गई। इस पर भी शक हुआ कि यह हादसा था या साजिश, हालांकि यह केस बंद हो गया और मौत का राज शायद राज ही रह गया।

मौत के दिन फैशन डिजाइनर नीता लुल्ला, अपने पति श्याम लुल्ला के साथ दिव्या के घर आई थीं। इन सबके बयानों के मुताबिक, नौकरानी अमृता भी घर पर ही थीं। दो मेहमानों के साथ दिव्या भी शराब पी रही थीं। इसी बीच वह एक खिड़की पर बैठीं जिसमें शीशा नहीं लगा था। अचानक दिव्या भारती नीचे गिर चुकी थीं। तीनों लोग उन्हें अस्पताल ले गए लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।

बाद में मामले की जांच हुई तो बहुत सारे ऐसे सवाल सामने आए जिनके जवाब न मिलने थे और न ही मिल पाए। किसी ने इसे आत्महत्या बताया, किसी ने हादसा तो किसी ने इसे हत्या भी बताया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कहा गया कि यह सिर्फ एक हादसा था। रिपोर्ट के मुताबिक, दिव्या ने बहुत शराब पी रखी थी जिसके चलते वह खुद को संभाल नहीं पाईं और खिड़की से गिर गईं।

हैरानी की बात यह थी कि जो नौकरानी उनकी मौत के दिन मौजूद थी, एक महीने के बाद हार्ट अटैक से उसकी भी मौत हो गई।