तबू की गिनती इंडस्ट्री की बेहतरीन एक्ट्रेस में होती हैं। उनके करियर का ग्राफ उतार-चढ़ाव भरा रहा। उन्होंने अपने करियर में एक से बढ़कर एक किरदार निभाएं हैं। 'हैदर' से लेकर 'माचिस' जैसी फिल्मों में उन्होंने दमदार अभिनय कर अपनी अमिट छाप छोड़ी हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट की है। तबू ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वह कभी भी एक्ट्रेस नहीं बनाना चाहती थीं। मैं हमेशा से अपनी पढ़ाई पर फोक्स करना चाहती थी लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था।
'क्रू' एक्ट्रेस ने बताया कि मेरी मम्मी और शबाना आंटी बहुत अच्छे दोस्त थे और मैं हर साल समर हॉलिडे के लिए मुंबई आती थी। तब देवानंद अंकल को फिल्म 'हम नौजवान' के लिए एक लड़की की जरूरत थी। उस समय उन्होंने मुझे ये रोल करने के लिए कहा। मैं ये फिल्म नहीं करना चाहती थी लेकिन शबाना आंटी के कहने पर मैंने उस फिल्म को किया। मैंने उस फिल्म देवा साहब की बेटी का किरदार निभाया था। मुझे वो प्रोसेस ही पसंद नहीं आया। मैंने सोच लिया था अपने पढ़ाई पर ध्यान दूंगी। फिल्में नहीं करूंगी।
अभिनेत्री नहीं बनना चाहती थीं तबू
तबू ने बताया कि पहली फिल्म के दौरान मुझे लगा कि मैं स्कूल जा रही हूं। मेरे हैदराबाद वाले स्कूल के टीचर्स ने मम्मी को गुस्से में कहा था कि आप अपने बच्चे की पढ़ाई पर ध्यान देना चाहते हैं या फिल्मों में भेजना चाहते हैं। मुझे इन सब चीजों की वजह से बहुत स्ट्रेस होता था। मैंने सोच लिया था कि कभी एक्टिंग नहीं करूंगी क्योंकि मैं बहुत शर्मिली लड़की थी। मेरे लिए लोगों से बात करना बहुत मुश्किल था। उन्होंने कहा जब मुझे मेरी पहली तेलुगू फिल्म 'कुली नंबर वन' मिली तो मैं खुश थी। फिल्म की शूटिंग हैदराबाद में थी। सब लोग सेट पर आते थे और मैं सबके साथ घर जाती थी। मुझे उस समय काफी अच्छा लगा था। ये फिल्म साल 1991 में रिलीज हुई थी।
1994 में तबू ने ऋषि कपूर के साथ 'पहला पहला प्यार' की थी। उसी साल उनकी अजय देवगन के साथ 'विजय पथ' रिलीज हुई थी। उन्होंने हिंदी, तमिल, तेलुगू समेत तमाम भाषाओं में काम किया है। बॉलीवुड के बाद उन्होंने अब हॉलीवुड की तरफ भी रुख किया है। उनकी हाल ही में फिल्म Dune: Prophecy रिलीज हुई है।