मलयालम स्टार उन्नी मुकुंदन की हाल ही में फिल्म 'मार्को' रिलीज हुई है। फिल्म का निर्देशन हनीफ अदेनी ने किया है। ये पहली मलयालम फिल्म है जिसने रिलीज के 15 दिनों बाद ही वर्ल्डवाइड 100 करोड़ का बिजनेस किया है। फिल्म को दर्शकों का पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिल रहा है। 'मार्को' में उन्नी की परफॉर्मेंस की दर्शक से लेकर क्रिटिक्स तक जमकर तारीफ कर रहे हैं। ये एक्शन थ्रिलर फिल्म है जिसमें बहुत ज्यादा खून खराबा है। फिल्म में उन्नी की एक्टिंग के साथ-साथ उनके रफ और टफ लुक ने भी दर्शकों का खूब ध्याना खींचा।
उन्नी मुकुंदन को भारत की सबसे वायलेंट मूवी कहा गया है। हाल ही में उन्होंने अपने इंटरव्यू में फिल्म से जुड़ा दिलचस्प किस्सा सुनाया। इस किस्से को सुनने के बाद फैंस हैरान रह गए। उन्होंने बताया कि फिल्म की शूटिंग के दौरान उनकी आंखों की रोशनी जाते-जाते बच गई।
उन्नी की जा सकती थीं आंखों की रोशनी
उन्होंने कहा, 'मेकर्स ने इस फिल्म में करीब 250 से 300 लीटर तक खून नकली का इस्तेमाल किया है। शूटिंग के दौरान सीन्स को रियल दिखाने के लिए वो आंखों पर भी खून लगाते थे। इसमें मौजूद केमिकल मेरी आंखों के अंदर चिपक जाता था क्योंकि शूटिंग ज्यादा देर तक होती थी। इस केमिकल की वजह से मेरी आंखों की रोशनी हमेशा के लिए जा सकती थी'।
उन्नी मुंकदन ने आगे बताया, 'मैं अपनी आंखों में एक खास तरह का केमिकल लगाता था जिससे खून का कलर ज्यादा रियल लगे। टेंपरेचर बदलने की वजह से वो मैटरियल चिपचिपा हो जाता था'। मेरे डॉक्टर ने मुझे बाद में बताया कि ये मेरी आंखों के लिए बेहद नुकसानदायक है। मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए।
'मार्को' स्टार से पूछा गया कि आपने अपनी आंखों से ज्यादा महत्व फिल्म के सीन को दिया। उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ उस समय कैरेक्टर के बारे में सोच रहा था। मुझे लगा कि ये कैरेक्टर सिर्फ मेरे लिए बना है। ये फिल्म 20 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी।