फिल्म मेकर विधु विनोद चोपड़ा की '12वीं फेल' ने बॉक्स ऑफिस पर तूफान मचा दिया था। इस फिल्म में विक्रांत मैसी ने मुख्य निभाई थी। उनके काम को लोगों ने खूब पसंद किया था। इस समय चोपड़ा टजीरो से रिस्टार्टट का प्रमोशन कर रहे हैं। इसमें वह '12वीं फेल' के बनने की पीछे की कहानी को दिखा रहे हैं। इस फिल्म के प्रमोशन के दौरान उन्होंने बताया कि कैसे अपनी लाइफ जीरो से स्टार्ट की। निर्देशक ने अपनी लाइफ के सबसे मुश्किल फेज का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि एक ऐसा वक्त था जब मैं खुद को मारना चाहता था।

 

उन्होंने कहा, '1980 का समय मेरे लिए काफी मुश्किल भरा था। मेरी डेब्यू फिल्म 'सजाए मौत' फ्लॉप हो गई थी। फिल्म को खराब रिस्पॉन्स मिलने की वजह से मैं टूट गया था। मैं अपनी जिंदगी खत्म करना चाहता था। मैं लोनावला हाईवे पर ट्रक के सामने खड़ा था। मैं अपनी मौत से बस एक कदम दूर था। मेरे परिवार के प्यार ने मुझे मेरे कदम पीछने पर मजबूर कर दिया। उस पल मुझे उनकी याद आई और मैं पीछे हट गया। चोपड़ा ने आगे बताया, 'साल 1981 में मेरी पहली फिल्म सजाए मौत' रिलीज हुई थी और मैं 'खामोश' के लिए लिख रहा था।

 

खुद को मारना चाहते थे विधु विनोद

 

'सजाए मौत' में नसीरुद्दीन शाह लीड रोल में थे। फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास रिस्पॉन्स नहीं मिला। विधू ने कहा, 'कुछ लोग ये बात जानकर सरप्राइज हो जाएंगे कि मैंने ऐसा कुछ करने की सोचा होगी या मैं इस तरह के फेज गुजरा हूं। मेरे लिए ये कहना जरूरी है कि ये लाइफ है ऐसा होता रहता है। आप इस तरह से जन्म हुए नहीं होते हैं। आपको अपनी लड़ाई लड़नी होती है। कभी आप जीतते हो। कभी हारते हो। खुशी उसके परिणाम में नहीं लेकिन लड़ने में है'।

 

विधू विनोद चोपड़ा का करियर

 

विधू विनोद चोपड़ा के करियर को पहचान साल 1989 की फिल्म 'परिंदा' से मिली थी। ये उनकी कमर्शियल हिट फिल्म थी। उन्होंने 90 और 2000 के दशक में 'मुन्नाभाई एमबीबीएस', '3 इंडियट्स', 'पीके' और 'संजू' जैसी फिल्मों को प्रोड्यूस किया है। 13 साल बाद उन्होंने साल 2020 में फिल्म 'शिखारा' का निर्देशन किया था। इसके बाद साल 2023 में उन्होंने '12वीं' फेल का निर्देशन किया था। फैंस उनके अपकमिंग प्रोजेक्ट की अनाउंसमेंट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।