हरियाणा सरकार ने यूट्यूब से मासूम शर्मा के तीनों गानों को हटा दिया है क्योंकि उनके गाने में गन कल्चर को प्रमोट किया जा रहा था। सिंगर का कहना है कि ये फैसला व्यक्तिगत दुश्मनी की वजह से लिया गया है क्योंकि वह व्यक्ति इस समय राज्य सरकार की पब्लिसिटी सेल में काम कर रहा है।
कौन हैं मासूम शर्मा
मासूम शर्मा 33 साल के हरियाणवी सिंगर हैं जिनका पिछले साल EP Rupa काफी पॉपुलर हुआ था। उनके गाने काफी हिट हुए थे जिसमें 'जप नाम भोले का', '2 नंबरी', 'गुंडे ते प्यार', 'ट्यूशन बदमाशी का', 'भगत आदमी', 'बदमाश का ब्याह' और लोफर जैसे कई गाने शामिल हैं।
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क्यों सरकार ने लगाया बैन
यूट्यूब से मासूम शर्मा का 'ट्यूशन बदमाशी का', '60 मुकदम्मे' और 'खटोला' को हटा दिया क्योंकि हरियाणा सरकार का दावा है कि इन गानों में गन कल्चर को बढ़ावा दिया जा रहा है। गन कल्चर को बढ़ावा देने वाले गानों पर रोक लगाई जा रही है। इसी तरह का काम काम पंजाब में भी हुआ है।
मासूम ने विवाद पर दिया जवाब
मासूम ने इस बैन का विरोध जताया है। सिंगर ने कहा कि उनके साथ भेदभाव हो रहा है। फेसबुक लाइव के दौरान सिंगर ने कहा, 'हरियाणा सरकार में कार्यरत पब्लिसिटी सेल के अधिकारी पर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि अधिकारी अब सरकार में उच्चे पद पर पहुंच गया और उनके साथ अपनी पुरानी दुश्मनी निकाल रहा है'।
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मासूम ने आगे कहा, 'मेरे साथ ही नहीं नरेंद्र भगाना और अंकित बालियान के गानों को भी यूट्यूब से हटा दिया गया है ताकि यह दिखाया जा सके कि उन्हें अकेला नहीं किया जा रहा है। मासूम ने आरोप लगाया कि उक्त अधिकारी ने सूरजकुंड मेले में एक अन्य हरियाणवी गायक केडी दानोदा का शो भी रद्द कर दिया। उन्होंने आगे तर्क दिया कि जहां उनके गानों को गुंडागर्दी को बढ़ावा देने वाला बताया जा रहा है, वहीं हरियाणा सरकार ने लोक संगीत की आड़ में अश्लीलता को बढ़ावा देने वाले कलाकारों पर आंखें मूंद ली हैं'।