अहमदाबाद विमान हादसे में जिस ब्लैक बॉक्स की तलाश की जा रही थी, वह मिल गया है। हादसे के तीसरे दिन, विमान का दूसरा ब्लैक बॉक्स मिल गया है। अब कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर हादसे की वजह बताने में जांच अधिकारियों की मदद करेगा। पहले विमान का फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर मिला था, अब कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर मिला है। हादसे से पहले क्या हुआ था, किसने क्या था, एक-एक बाद पता चलेगी। विमान कैसे क्रैश हुआ, क्यों इतनी मौतें हुई, इन सबके बारे में सब कुछ पता चल सकता है।
एयर इंडिया के विमान AI 171 के क्रैश होने के बाद 241 लोगों की मौत हुई थी, एक शख्स जिंदा बच गया था। अधिकारियों ने यह कहा है कि ब्लैक बॉक्स मिल गया है। सिविल अस्पताल में विमान हादसे में घायल लोगों का इलाज चल रहा है। केंद्र सरकार के कई दिग्गज अधिकारी अब तक दौरा कर चुके हैं। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हादसा ग्रस्त जगह का दौरा कर चुके हैं, पीड़ितों से हाल ले चुके हैं।
भारतीय विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने हवाई हादसे की जांच शुरू कर दी है। यह अमेरिकी विमान है, इसलिए अमेरिका का नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) भी अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत अलग से जांच कर रहा है।
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12 जून को एयर इंडिया की एक फ्लाइट 787-8 बोइंग ड्रीमलाइन उड़ान के बाद महज 33 सेकेंड में क्रैश हो गई थी। यह फ्लाइट लंदन जा रही थी। AI-171 क्रैश होने के बाद 241 लोगों की मौत हो गई थी। विमान बीजे मेडिकल कॉलेज के एक हॉस्टल से जा टकराया था, जिसमें कई लोग मारे गए थे। कुल 275 मौतें हुई हैं।

घायलों की हालत कैसी है?
बीजे मेडिकल कॉलेज में भरत्यी घायल हुए 51 लोगों में से 38 को छुट्टी दे दी गई है, जबकि 13 का अब भी इलाज हो रहा है। बीजे मेडिकल कॉलेज जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. धवल गमेती के मुताबिक दुर्घटना स्थल से लगभग 270 शव अहमदाबाद सिविल अस्पताल लाए गए।
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समिति बताएगी किसकी गलती से हुआ हादसा?
केंद्र की ओर से गठित उच्च स्तरीय समिति की पहली बैठक सोमवार को नई दिल्ली में होगी। केंद्र सरकार ने शनिवार को विमान दुर्घटना की जांच के लिए एक समिति गठित की है। गृह सचिव गोविंद मोहन की अध्यक्षता वाली इस समिति को तीन महीनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। घटना में मारे गए लोगों के परिवारों के साथ समन्वय करने के लिए 230 टीम गठित की गई हैं।