अमेरिका में एल्कोहल को लेकर एक बार फिर बहस छिड़ गई है। रविवार को अमेरिकी सर्जन जनरल डॉ. विवेक मूर्ति ने एक एडवाइजरी जारी करके बीयर और वाइन की बोतलों पर लेबलिंग करने की सिफारिश की है। उनका कहना है कि बीयर और वाइन की बोतलों पर यह बात बिल्कुल स्पष्ट तरीके से दर्ज किया जाना चाहिए।

 

यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब इस बात के सबूत मिल रहे हैं कि थोड़ी सी मात्रा में भी शराब पीने से कुछ तरह के कैंसर होने का खतरा बढ़ सकता है।

 

अपनी एडवाइजरी में उन्होंने कहा कि शराब अमेरिका में होने वाले कैंसर का तीसरा सबसे बड़ा कारण है जिसकी रोकथाम होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में कैंसर से हर साल लगभग 20,000 लोगों की मौत हो जाती है।

क्या है अमेरिकी गाइडलाइन

इनमें से 17 प्रतिशत मौतें उन लोगों में होती हैं जो अमेरिकी डायटरी प्लान संबंधी दिशा-निर्देशों के अनुसार शराब का सेवन करते हैं, जिसके अनुसार महिलाएं प्रतिदिन एक ड्रिंक और पुरुष प्रतिदिन दो ड्रिंक ले सकते हैं। इसके बावजूद, आधे से भी कम लोग एल्कोहल और कैंसर के बीच के संबंध के बारे में जानते हैं।

 

विवेक मूर्ति ने कहा, 'हम इस बात को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं कि शराब और कैंसर के बीच एक संबंध है। पिछले कुछ समय से इस बारे में डेटा इकट्ठा किया जा रहा है और यह और भी ज्यादा मजबूत होता जा रहा है।' 

सात प्रकार के कैंसर का खतरा

एडवाइजरी में इस बात के प्रमाण दिए गए हैं कि शराब के सेवन से कम से कम सात प्रकार के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है, जिसमें स्तन, गले, मुंह, ग्रासनली (esophagus), स्वरयंत्र (voice box), बृहदान्त्र (Colon) और यकृत कैंसर शामिल हैं।

 

आगे इसमें कहा गया है कि कैंसर की चेतावनी जोड़ने से पीने वालों को पता चलेगा कि शराब कैंसर का कारक है, जिसका सेवन अमेरिका के 70% से ज़्यादा वयस्क लोग हफ़्ते में कम से कम एक बार करते हैं, और 2022 में पूरे अमेरिका में इसकी बिक्री लगभग 260 बिलियन डॉलर होगी।

 

इस एडवाइजरी को अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन सहित कुछ स्वास्थ्य संगठनों का समर्थन मिला है। हालांकि, अन्य लोगों ने इस बात पर शंका जाहिर की है कि इससे कोई भी फायदा होगा।

क्या है डिबेट

एल्कोहल पर लेबलिंग को लेकर मामला नया नहीं है। 2020 में, कंज्यूमर एडवोकेसी एंज मेडिकल ग्रुप्स ने शराब पर वॉर्निंग लेबल को अपडेट करने के लिए अमेरिकी ट्रेजरी विभाग के अल्कोहल और तंबाकू कर और व्यापार ब्यूरो से याचिका दायर की। वर्तमान में, लेबल बताते हैं कि शराब 'स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है' और गर्भवती महिलाओं द्वारा सेवन के खिलाफ चेतावनी दी जाती है।

 

संयुक्त राज्य अमेरिका की डिस्टिल्ड स्पिरिट्स काउंसिल और बीयर इंस्टीट्यूट ने सर्जन जनरल की सलाह पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शराब का सेवन संयम और जिम्मेदारीपूर्वक किया जाना चाहिए।

हर साल होते हैं लाखों मामले

1980 के दशक से ही जितने अध्ययन हुए हैं उनमें कहा गया है कि शराब कैंसर का कारक है। वैश्विक स्तर पर, शराब से हर साल लगभग 741,300 कैंसर के मामले सामने आते हैं। फिर भी, अमेरिका सहित अधिकांश देशों में,  शराब से संबंधित स्वास्थ्य जोखिमों पर रेग्युलेशन काफी सीमित है।

 

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने शराब को मानव कार्सिनोजेन्स के रूप में वर्गीकृत किया है। शराब पर चेतावनी लेबल वाले 47 विश्व स्वास्थ्य संगठन के सदस्य देशों में से केवल दक्षिण कोरिया ने कैंसर का हवाला दिया है। आयरलैंड में 2026 से कैंसर की चेतावनी की आवश्यकता होगी।