बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा का दौर शांत नहीं हो रहा है। भारतीय विरोधी घटनाएं गुरुवार को भी जारी रहीं। बांग्लादेश में संवैधानिक वैधता नहीं होने के बावजूद मोहम्मद यूनुस अंतरिम सरकार सत्ता संभाल रहे हैं। पड़ोसी देश में इस्लामी हिंसा बढ़ने के कारण बिल्कुल साफ नजर आ रहे हैं। तख्तापलट के बाद बांग्लादेश में सबकुछ बदल रहा है।

 

यूनुस सरकार ने आंतकी कनेक्शन वाले जिहादी संगठनों से प्रतिबंधों को हटा दिया है। हिंसा करने वाले उपद्रवियों को जेल से रिहा किया जा रहा है। इस्लामी कट्टरपंथियों के तुष्टीकरण के लिए यूनुस सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। यहां तक की संविधान से धर्मनिरपेक्ष शब्द तक हटाने तक का ऐलान किया गया है। 

'दूसरा पाकिस्तान' बनेगा बांग्लादेश?

बांग्लादेश के अगर ऐसे ही आसार रहे तो वो दिन दूर नहीं जब यह 'दूसरा पाकिस्तान' कहलाने लगेगा। हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार का भारत लगातार कड़े शब्दों में विरोध कर चुका है। बता दें कि भारत में पहले से ही बड़ी संख्या में अवैध बांग्लादेशी हैं। इस हिंसा के कारण घुसपैठ के मामले और बढ़ सकते हैं। 

 

शेख हसीना के देश से बाहर जाने के कई महीनों बाद ये 4 बड़े फैसले लिए गए जिससे बांग्लादेश की तस्वीर बिल्कुल बदल जाएगी। ऐसे में आइये जान लेते है कि कौन से वो 4 बड़े फैसले...

 

करेंसी नोट से मिट जाएगा शेख मुजीबुर्रहमान का नामोनिशान

पहला सबसे बड़ा फैसला यह होगा कि बांग्लादेश पूर्व प्रधानमंत्री के पिता और राष्ट्र के संस्थापकों में से एक शेख मुजीबुर्रहमान 'बंगबधु' की तस्वीर करेंसी नोटों से हटा दिए जाएंगे। इसकी जगह अब छात्र आंदोलन के चित्र होंगे। मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने यह निर्देश दिए है। इस समय 20, 100, 500 और 1000 टका के बैंक नोट छापे जा रहे हैं।न केवल करेंसी नोट बल्कि यूनुस के कार्यालय से भी रहमान का चित्र हटा दिया गया है।

 

नए नोटों में धार्मिक संरचनाएं, बंगाली परंपराएं और जुलाई में विरोध प्रदर्शनों के दौरान बनाई गई 'ग्राफिटी' को नए नोटों में शामिल किया जाएगा। बांग्लादेश बैंक की प्रवक्ता और कार्यकारी निदेशक हुस्नेरा शिखा ने उम्मीद जताई है कि अगले छह महीनों के भीतर नए नोट बाजार में जारी कर दिए जाएंगे। केंद्रीय बैंक और वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि शुरुआत में केवल चार नोटों के डिजाइन में बदलाव किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी प्रकार के बैंक नोटों को शेख मुजीबुर रहमान की तस्वीर के बिना फिर से डिजाइन किया जाएगा।

काजी नजरुल इस्लाम को बनाया जाएगा राष्ट्र कवि

काजी नजरुल इस्लाम को राष्ट्र कवि बनाया जाएगा। बांग्लादेशी राष्ट्रगान लिखने वाले रबिन्द्रनाथ टैगोर के नाम पर विचार नहीं किया गया। बता दें कि काजी नज़रुल इस्लाम बांग्ला के बड़े कवि थे और भगवान कृष्ण पर भजन भी लिख चुके हैं। 

पाकिस्तान करेगा चीनी आयात

53 साल में पहली बार बांग्लादेश पाकिस्तान से 25 हजार टन चीनी आयात करेगा। कई सालों में यह पहली बार है कि पाकिस्तान., बांग्लादेश को इतनी ज़्यादा चीनी निर्यात कर रहा है। हालांकि भारत से चीनी निर्यात पर अभी प्रतिबंध है लेकिन बांग्लादेश पहले भारत से चीनी खरीदता था। 

कोलकाता और अगरतला से वापस बांग्लादेश आए राजनयिक

बांग्लादेश ने कोलकाता और अगरतला से अपने राजनयिकों के 'बेहद जरूरी चर्चा' के लिए स्वदेश लौटने का निर्देश दिया है।