बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना पर लोगों को गायब करने का आरोप लगा है। अंतरिम सरकार के जांच आयोग ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि जबरन गुमशुदगी के ऐसे लगभग 3500 मामले में हैं, जिनमें हसीना शामिल थीं। रिपोर्ट में हसीना के अलावा उनके डिफेंस एडवाइजर तारिक अहमद सिद्दीक, टेलीकम्युनिकेशन के पूर्व डॉयरेक्टर जियाउल अहसान और कई पुलिस अधिकारी को भी शामिल बताया गया है।

 

शनिवार को बांग्लादेश के प्रधानमंत्री कार्यलय ने एक बयान जारी कर बताया कि शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद से ये सभी अधिकारी भी फरार हो गए थे। इनमें से कई विदेशों में मौजूद हैं। इस रिपोर्ट के 5 सदस्यीय जांच आयोग ने बनाया है जिसे 'अनफोल्डिंग द ट्रुथ' नाम दिया गया है।

 

ऐसे देती थी लोगों को यातनाएं?

जांच आयोग की इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हसीना सरकार ने रैपिड एक्शन फोर्स का इस्तेमाल कर लोगों को यातनाएं दी। हसीना पर लोगों को जबरन उठाने और हिरासत में रखने के लिए RAB और दूसरी एजेंसियों का इस्तेमाल करने का भी आरोप है। बता दें कि आरएबी में सेना, नौसेना, वायु सेना और पुलिस के लोग शामिल होते हैं। आयोग ने आतंकवाद रोधी अधिनियम, 2009 को खत्म करने या उसमें व्यापक संशोधन करने के साथ-साथ आरएबी को खत्म करने का प्रस्ताव भी रखा है। 

लापता होने की 1,676 शिकायतें दर्ज की गई

मानवाधिकार कार्यकर्ता और आयोग के सदस्य सज्जाद हुसैन ने कहा कि उन्होंने इस तरह की घटनाओं के कारण लोगों के लापता होने की 1,676 शिकायतें दर्ज की हैं और अब तक उनमें से 758 मामलों की जांच की है। इनमें से 200 लोग या 27 प्रतिशत पीड़ित कभी वापस नहीं लौटे और जो वापस लौटे, उनमें से अधिकतर को रिकॉर्ड में गिरफ्तार किए गए व्यक्ति के तौर पर दिखाया गया है। आयोग में अध्यक्ष के अलावा न्यायमूर्ति फरीद अहमद शिबली, मानवाधिकार कार्यकर्ता नूर खान, निजी बीआरएसी विश्वविद्यालय की शिक्षिका नबीला इदरीस और मानवाधिकार कार्यकर्ता सज्जाद हुसैन भी शामिल हैं।

 

आरोपों की जांच करने में लगेंगे एक साल

इससे पहले, आयोग ने एक संवाददाता सम्मेलन में घोषणा की कि उसे ढाका और उसके बाहरी इलाकों में आठ गुप्त हिरासत केंद्र मिले हैं। आयोग के अध्यक्ष ने शनिवार को यूनुस को बताया कि वह मार्च में एक और अंतरिम रिपोर्ट पेश करेंगे और सभी आरोपों की जांच पूरी करने के लिए उन्हें कम से कम एक और वर्ष लगेगा।  यूनुस ने कहा, ‘आप वास्तव में बहुत महत्वपूर्ण काम कर रहे हैं। हम आपको हर तरह की सहायता देने के लिए तैयार हैं।’