कनाडा के वैंकूवर शहर में एक 'रॉस स्ट्रीट गुरुद्वारा' को हाल ही में कट्टरपंथियों द्वारा नुकसान पहुंचाया गया। सोशल मीडिया पर जारी किए गए वीडियो में दिखाई दे रहा है कि गुरुद्वारे की दीवारों पर खालिस्तान समर्थक नारे और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक शब्द लिखे हुए हैं। साथ ही यह जानकारी खालसा दीवान सोसाइटी ने साझा की, जिन्होंने इस घटना के पीछे एक अलगाववादी गुट को जिम्मेदार ठहराया है।

गुरुद्वारे के चारों ओर लिखे खालिस्तान समर्थक नारे

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह घटना 19 अप्रैल 2025 को हुई, जब स्थानीय लोगों ने देखा कि गुरुद्वारे की पार्किंग के चारों ओर की दीवारों पर स्प्रे पेंट से 'खालिस्तान जिंदाबाद' जैसे नारे लिखे गए हैं। इसके अलावा कुछ जगहों पर भारत और पीएम मोदी के लिए अपमानजनक शब्द और धमकी भरे संदेश दिखाई दिए। सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें तेजी से वायरल हो गई, जिसपर लोगों में चिंता और नाराजगी जताई है।

 

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वैंकूवर पुलिस ने बताया कि इसकी जांच शुरू कर दी गई है और दोषियों को पकड़ने के लिए हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। पुलिस इसे अपराध की नजर से देख रही है और इसके गंभीर सामाजिक प्रभाव को ध्यान में रखते हुए कार्यवाही कर रही है।

खालसा दीवान सोसाइटी की प्रतिक्रिया

खालसा दीवान सोसाइटी ने एक बयान में इस घटना पर गहरा दुःख जताया और इसे न सिर्फ गुरुद्वारे पर, बल्कि कनाडा की एकजुट संस्कृति और एकता पर हमला बताया। उन्होंने सभी कनाडाई नागरिकों से अपील की कि वह इस तरह की कट्टरपंथी गतिविधियों के खिलाफ एकजुट हों और शांति, सद्भाव और भाईचारे की भावना को मजबूत करें। बयान में कहा गया, 'यह हमला हम सब पर है, यह हमारी एकता और साझा भविष्य के खिलाफ है।'

 

यह पहली बार नहीं है जब कनाडा में धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया गया है। इससे पहले ग्रेटर टोरंटो में श्री कृष्ण वृंदावन मंदिर और ब्रैम्पटन में एक हिंदू मंदिर को भी निशाना बनाया गया था। इन घटनाओं पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि ऐसे काम भारत की संप्रभुता और उसके नागरिकों को डराने के प्रयास हैं लेकिन भारत इनसे डरने वाला नहीं है।