जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (DPAP) के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद को मंगलवार को कुवैत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। वह भारत सरकार द्वारा भेजे गए एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ कुवैत की यात्रा पर थे। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा कर रहे थे।

 

बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा ने X पर इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि आजाद की तबीयत स्थिर है और वह मेडिकल जांच और इलाज के लिए अस्पताल में हैं। पांडा ने लिखा, ‘हमारी यात्रा के बीच में श्री गुलाम नबी आजाद को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। उनकी हालत स्थिर है और वह डॉक्टरों की निगरानी में हैं। बहरीन और कुवैत की बैठकों में उनके योगदान ने गहरी छाप छोड़ी। वह बिस्तर पर होने से निराश हैं। सऊदी अरब और अल्जीरिया में उनकी कमी बहुत खलेगी।’

 

भारत का पक्ष रखने गया था प्रतिनिधिमंडल

यह प्रतिनिधिमंडल भारत सरकार की ओर से वैश्विक सहयोगियों को पाकिस्तान के आतंकी गतिविधियों से जोड़े जाने और भारत-पाक तनाव में भारत का पक्ष रखने के लिए कुवैत गया था। आजाद ने कुवैत में पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा, ‘पाकिस्तान बहुत सारी गलत जानकारी फैलाता है। यह उनकी आदत है। आज की बैठकों में कई सवाल-जवाब हुए। मुझे लगता है कि उनकी गलत बातें अब दूर हो गई हैं। यह एक बहुत अच्छा कार्यक्रम था।’

 

आजाद ने यह भी बताया कि उन्होंने कुवैत में भारत की एकता को दर्शाया। उन्होंने कहा, ‘हमने उन्हें अपने देश के बारे में बताया, कि कैसे हिंदू, मुस्लिम, सिख, और ईसाई एक साथ प्यार से रहते हैं। संसद में राजनीतिक दल बहस करते हैं, लेकिन जब देश की बात आती है, तो हम देश के अंदर और बाहर एकजुट रहते हैं।’ यह घटना उस समय हुई, जब गुलाम नबी आजाद भारत की एकता और मजबूती को वैश्विक मंच पर पेश कर रहे थे।