इजरायल और हमास के बीच महीनों के संघर्ष के बाद जंग थमी है। 7 अक्तूबर 2023 से ही दोनों देशों के बीच भीषण जंग जारी है। हमास ने युद्धविराम समझौते के तहत इजरायल के कैदियों को रिहा कर दिया है। गाजा में 471 दिनों की कैद के बाद इजरायल लौटे बंधक जब अपने परिजन से मिले तो रो पड़े।
इजरायल और हमास के बीच लागू हुए समझौते के तहत पहले 3 नागरिक सौंपे गए हैं। 24 वर्षीय रोमी गोनेन, एमिली दामरी और डोरेन स्टीनप्रेचर को हमास ने पहले रिया किया। तीनों की उम्र 32 साल से कम है। रोमी गोनेन को सुपरनोवा म्युजिकल इवेंट से अगवा किया गया था, वहीं दामरी और स्टीनब्रेचर को किबुत्ज केफर अजा में उनके घरों से ही उठा लिया गया था।
किस हाल में हैं बंधक महिलाएं?
हमास की कैद में रहीं तीनों महिलाओं की शारीरिक स्थिति ठीक है। कुछ नकाबपोश हमास के बंदूकधारी उन्हें मध्य गाजा के सराया स्क्वायर में रेड क्रॉस को सौंप दिया। यहां बड़ी संख्या में युवा उमड़े थे। उनके हाथों में हमास के झंडे थे।
हमास की कैद से छूटते ही बंधकों को रेडक्रॉस की SUV में बैठा दिया गया। वहां पत्रकारों की भारी भीड़ थी। हमास के बंदूकधारियों ने शुरू में लोगों को ICRC की कारों से दूर रहने के लिए कहा। भीड़ में मौजूद लोगों ने अरबी में कुछ नारेबाजी की।

हमास ने भी बनाया वीडियो
हमास ने भी वीडियो बनाया है। महिलाओं को रिहा करने के पर एक गिफ्ट बैग और सर्टिफिकेट भी दिखाया। ऐसा माना जा रहा है कि इन बैगों में उनकी तस्वीरें हैं। हमास के लड़ाकों और रेडक्रॉस के बीच भी कुछ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर हुए हैं।
रेड क्रॉस ने बंधकों को गाजा के अंदर इजरायली सैनिकों और शिन बेट एजेंटों को सौंप दिया गया। उन्होंने IDF प्रतिनिधियों, डॉक्टरों, मनोवैज्ञानिकों और मानसिक स्वास्थ्य अधिकारियों से भी मुलाकात की। उन्हें शुरुआती इलाज भी मुहैया कराया गया।

कैसे घर लौटीं महिलाएं?
471 दिनों बाद हमास की कैद से जब ये लड़कियां अपने घर लौंटी, अपने घरवालों के गले लग पड़ीं। कैदियों में से एक एमिली डामारी की तस्वीरें खूब वायरल हुईं। एक तस्वीर में उनके हाथों की कटी तस्वीरें दिख रही हैं। हमास के हमले के दौरान उसके हाथ में गोली लगने से उसकी दो उंगलियां कट गई थीं।
इजरायली सेना तीनों बंधकों को हेलीकॉप्टर से तेल हाशमोर, रमत गान और शेबा मेडिकल सेंटर ले गई। यहीं उन्होंने अपने परिवारों से मुलाकात की। हजारों लोग उन्हें देखने आ गए।