अमेरिका में 5 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान हुए। इस बार मुकाबला उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच है। इस चुनाव का सबसे अहम हिस्सा गधा और हाथी हैं। ये दो चुनाव चिह्न और पर्पल, रेड और ब्लू रंग अमेरिकी चुनाव की पहचान हैं। चुनावी रैलियों से लेकर खबरों तक, आपने डेमोक्रेटिक का चुनाव चिह्न गधा और रिपब्लिकन पार्टी का चुनाव चिह्न हाथी देखा होगा, लेकिन सवाल है कि ऐसा चुनाव चिह्न क्यों? आखिर इसके पीछे का इतिहास क्या है? आइए जान लेते हैं विस्तार से...
19वीं सदी से शुरू हुई गधे चुनाव चिह्न की शुरुआत
वर्ष 1828 का दौर, एंड्रयू जैक्सन जोरों-शोरों से अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव अभियान में जुटे हुए थे। वहीं, जैक्सन के विरोधी उन्हें गधा कह रहे थे। हालांकि, विरोधियों पर पलटवार करने के बजाय जैक्सन ने इस शब्द को खुशी से स्वीकार किया और अपने पोस्टरों में गधे की तस्वीर लगाकर चुनाव अभियान करने लगे। उनकी इस रणनीति से उन्हें बहुत फायदा पहुंचा और तत्कालीन राष्ट्रपति जॉन क्विंसी एडम्स को भारी मतों से हराकर अमेरिका के पहले डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति चुने गए। वैसे गधे चिन्ह का इतिहास 1870 के दशक में, मशहूर अमेरिकी राजनीतिक कार्टूनिस्ट थॉमस नास्ट से भी जुड़ा हुआ है। दरअसल, उन्होंने अपने कार्टून में डेमोक्रेटिक पार्टी को गधे के प्रतीक में प्रदर्शित किया था। इस कार्टून में एक गधा मरे हुए शेर को लात मारता हुआ नजर आ रहा है। थॉमस ने यह कार्टून हार्पर विकली के लिए तैयार किया था जो बाद में डेमोक्रेटिक पार्टी के चुनाव चिन्ह के रूप में मशहूर हुआ। इसके बाद से डेमोक्रेट्स ने गधों को अपने चुनावी कैंपेन का हिस्सा बनाना शुरू कर दिया।
क्या है हाथी चुनाव चिन्ह का इतिहास?
रिपब्लिकन पार्टी का गठन 1854 में हुआ था और छह साल बाद अब्राहम लिंकन व्हाइट हाउस में चुने गए इस पार्टी के पहले सदस्य बने। सिविल वॉर के दौरान हाथी की तस्वीर किसी न किसी राजनीतिक कार्टून और अखबार में दिखाया जाने लगा। लिंकन को प्रभावशाली दिखाने के लिए अखबारों में हाथी की तस्वीर छापी जाती थी। ये पहली बार था जब रिपब्लिकन को हाथी के तौर पर दर्शाया जाने लगा। हालांकि, 1874 के दशक के दौरान कार्टूनिस्ट थॉमस नेस्ट ने 'थर्ड टर्म पैनिक' के नाम से अपने अन्य कार्टून में हाथी को रिपब्लिकन के तौर पर दर्शाया और नतीजा ये निकला कि अन्य कार्टूनिस्ट हाथी को रिपब्लिकन पार्टी के चुनाव चिन्ह के रूप में इस्तेमाल करने लगे। कार्टूनिस्ट थॉमस नेस्ट की इस अहम भूमिका की वजह से दोनों ही पार्टियों ने गधे और हाथी को अपनी पहचान बनाई, जो अब तक कायम है।
क्या है अमेरिका में इन तीन रंगों का मतलब?
भारत में जैसे हर रंग का एक महत्व होता है, वहीं अमेरिका में पार्टियों के रंग के पीछे कोई राजनीतिक विचारधारा नहीं होती। हालांकि, वर्ष 2000 में पहली बार अमेरिकी चुनाव के दौरान रिपब्लिकन को लाल और डेमोक्रेटिक को नीले रंग में दिखाया गया। रिपब्लिकन की ओर से जॉर्ज बुश और डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से अल गोर चुनावी मैदान में एक-दूसरे के आमने सामने थे। 36 दिन बाद नतीजे आने के बावजूद अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव का फैसला अटकलों में बना रहा। जब कोर्ट में यह मामला चला तो टीवी चैनलों और अखबारों की सहमति से दोनों ही पार्टियों को अगल-अलग रंगों में पेश किया जाने लगा। तब से रिपब्लिकन पार्टी को लाल और डेमोक्रेटिक को नीले रंग की पहचान मिलने लगी।
इस बार किसकी सरकार?
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस एक दूसरे को कांटे की टक्कर दे रहे हैं। मतदान 5 नवंबर यानी आज हो रही है। हालांकि, नतीजों की घोषणा में कई दिन लग सकते हैं। नतीजे घोषित होने के बाद ट्रंप या हैरिस में से कोई एक जनवरी 2025 में नए राष्ट्रपति पद की शपथ लेगा।