साल 1963 था और नवंबर का महीना था। अमेरिका के राष्ट्रपति जॉन एफ केनेडी एक बार फिर से चुनाव में उतरने का मन बना चुके थे। वह अमेरिका के अलग-अलग शहरों और राज्यों में जाकर अपने समर्थकों का मन टटोलेने और अपने लिए समर्थन में जुटे हुए थे। इसी बीच एक दिन एक ऐसी घटना होती है जो अमेरिका के साथ-साथ पूरी दुनिया को सन्न कर देती है। खुली कार में अपनी पत्नी और अन्य नेताओं के साथ बैठे राष्ट्रपति जॉन केनेडी को गोली मार दी जाती है। आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया जाता है लेकिन तब तक उनकी मौत हो जाती है।

 

डल्लास के ट्रेड मार्ट में एक कार्यक्रम रखा गया था जहां राष्ट्रपति केनेडी लोगों को संबोधित करने वाले थे। राष्ट्रपति को देखने के लिए सड़क पर खूब भीड़ थी। सड़क पर चल रही उनकी कार टेक्सास स्कूल बुक डिपॉजिटरी के पास से गुजर रही थी। अचानक गोली चलती है। गोली पीछे से चली थी जो राष्ट्रपति केनेडी की पीठ और गले में लगती है। केनेडी अपनी पत्नी की ओर झुके और उनकी गोद में गिर पड़े।राष्ट्रपति पर हमला हुआ देख कार के ड्राइवर ने कार की रफ्तार बढ़ा दी और कार पार्कलैंड मेमोरियल अस्पताल पहुंचे। हालांकि, तब तक उनकी मौत हो गई थी। इसी गोली से गवर्नर कोनली भी घायल हुए थे लेकिन उनकी जान बच गई। 

 

हत्यारे को भी मार दी गई गोली

पुलिस ने ली हार्वी ओसवाल्ड नाम के शख्स को इस हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि उसने हाल ही में टेक्सास स्कूल बुक डिपॉजिटरी में काम करना शुरू किया था। दो दिन बाद यानी 24 नवंबर को ली हार्वी ओसवाल्ड को पुलिस मुख्यालय से जेल ले जाया जाना था। इसे टीवी पर लाइव दिखाया जा रहा था। अचानक एक आदमी सामने आया और उसने ओसवाल्ड को एकदम पास से गोली मार दी। ओसवाल्ड को गोली मारने वाले शख्स का नाम जैक रूबी था जो कि एक नाइटक्लब का मालिक था। इस हमले में ओसवाल्ड की मौत हो गई।

 

जॉन कैनेडी को क्यों गोली मारी गई इसको लेकर कई तरह के दावे किए जाते हैं। कोई कहता है कि रूसी खूफिया एजेंसियों ने ऐसा किया तो कोई कहता है कि फिदेल कास्त्रो को खुश करने के लिए हार्वी ओसवाल्ड ने ऐसा किया था।