ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष अब तेज होता जा रहा है। ईरानी मीडिया के हवाले से बताया गया है कि इरान के अराक में स्थित न्यूक्लियर साइट को निशाना बनाया गया है। दूसरी तरफ, ईरान की ओर से दागी गई एक मिसाइल इजरायल के सोरोका हॉस्पिटल पर गिरी है। इजरायल के विदेश मंत्रालय ने इस हमले की तस्वीरें और वीडियो भी शेयर किए हैं। इन हमलों के बीच अमेरिका ने इजरायल में स्थित अमेरिकी दूतावास से अपने गैर-जरूरी राजनयिकों और उनके परिवारो को निकालना शुरू कर दिया है। अस्पताल पर हुए हमले के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजमिन नेतन्याहू ने कहा है कि ईरान को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। इजरायल ने पहले ही चेतावनी दी थी कि वह ईरान के अराक न्यूक्लियर प्लांट को निशाना बनाएगा। फिलहाल, यहां से किसी तरह के रेडिएशन की कोई खबर नहीं आई है।
ईरान के सरकारी टेलीविजन चैनल ने बताया है कि इजरायल ने अराक में स्थित हैवी वाटर प्लांट को निशाना बनाया है। उसने यह भी बताया कि हमले के बाद किसी भी तरह के रेडिएशन का खतरा नहीं है और हमले से पहले ही इस सेंटर को खाली करा लिया गया था। इजरायल ने बृहस्पतिवार सुबह पहले ही चेतावनी दी थी कि वह इस रिऐक्टर पर हमला करेगा और उसने लोगों से यह भी कहा था कि वे इस क्षेत्र को छोड़कर चले जाएं।
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इजरायल के अस्पताल पर हमला
इजरायल के विदेश मंत्रालय ने अपने ट्वीट में कहा है, 'ईरान की बैलिस्टिक मिसाइल बीरशेबा में स्थित सोरोका अस्पताल पर गिरी है, जहां यहूदियों, मुस्लिमों, ईसाईयों और अरब लोगों का भी इलाज होता है। अपने लोगों को बचाने के लिए जो कुछ भी करना होगा, इजरायल वह करेगा और करना जारी रखेगा।'
इजरायल के विदेश मंत्री ने एक वीडियो ट्वीट किया है जिसमें देखा जा सकता है कि अस्पताल को काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है, 'ईरानी शासन ने अस्पताल पर मिसाइल मारी है और जानबूझकर आम नागरिकों को निशाना बनाया है। ईरान अब युद्ध से जुड़े अपराध कर रहा है और उसके लिए कोई रेड लाइन नहीं है। सब नोट किया गया है।'
जिस सोरोका मेडिकल सेंटर पर मिसाइल गिरी है, वह 1000 बेड का अस्पताल है। सामने आई तस्वीरों और वीडियो में देखा जा सकता है कि अस्पताल में खिड़कियां टूट गई हैं और चारों तरफ धुआं ही धुआं हो गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस हमले में कम से कम 16 लोग घायल हुए हैं जिसमें 3 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। बता दें कि यह हमला इजरायल के उस हमले के ठीक बाद हुआ जो उसने ईरान के अराक हेवी वाटर न्यूक्लियर रिएक्टर पर किया था।
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इजरायल से निकलने लगे अमेरिकी
अमेरिका के विदेश विभाग ने इजरायल में अमेरिकी दूतावास से गैर-जरूरी राजनयिकों और उनके परिवारों को निकालना शुरू कर दिया है क्योंकि इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष बढ़ता जा रहा है और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संघर्ष में सीधे शामिल होने की संभावना को लेकर चेतावनी दी है। एक सरकारी विमान ने कई राजनयिकों और उनके परिवार के सदस्यों को निकाला, जिन्होंने बुधवार को देश छोड़ने के लिए कहा था। दो अमेरिकी अधिकारियों ने नाम जाहिर नहीं होने की शर्त पर यह जानकारी दी। इस बात का कोई संकेत नहीं है कि कितने राजनयिक और परिवार के सदस्य उड़ान से रवाना हुए या कितने जॉर्डन या मिस्र के लिए भूमि मार्ग से रवाना हुए। यह उड़ान इजरायल में अमेरिकी राजदूत माइक हुकाबी द्वारा ‘एक्स’ पर यह घोषणा किए जाने से कुछ समय रवाना हुई थी कि दूतावास अमेरिकी नागरिकों के लिए विमान और जहाज द्वारा निकासी की योजना बना रहा है।
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हालांकि, हुकाबी के संदेश के कुछ घंटे बाद, विदेश विभाग के वाणिज्य दूतावास मामलों के ब्यूरो ने ट्वीट किया, ‘हमने इस समय इजरायल या फिलस्तीनी क्षेत्रों से निजी अमेरिकी नागरिकों को निकालने में सहायता करने के बारे में कोई घोषणा नहीं की है।’