गाजा में 15 महीनों की जंग के बाद सीजफायर हो गया। इस समझौते के तहत इजरायल फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा और हमास इजरायली बंधकों को। इस डील को काफी अहम माना जा रहा है। हालांकि, हमास से सीजफायर डील कर अब इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अपने ही घर में घिर गए हैं। इजराइल के नेशनल सिक्योरिटी मिनिस्टर इतामार बेन-ग्विर ने इस डील के विरोध में नेतन्याहू कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है।

समझौते का विरोध क्यों कर रहे ग्विर?

बेन ग्विर ने इसे सीजफायर डील की बजाय 'सरेंडर डील' बताया है। उन्होंने कहा कि इस डील से हजारों कैदियों को रिहा किया जाएगा, जो आगे जाकर आतंक ही बढ़ाएगा। 


बेन ग्विर ने कहा, 'इस डील से आतंकवाद और बढ़ेगा। ज्यादा किडनैपिंग होगी, ज्यादा मर्डर होंगे और ज्यादा रेप होंगे। पुराने आंकड़े बताते हैं कि जिनको रिहा किया गया, उनमें से 82 फीसदी आतंकवाद की ओर लौट आए। 7 अक्टूबर 2023 का हमला याह्या सिनवार ने करवाया था, जिसे शालित डील के तहत छोड़ा गया था।'


उन्होंने कैबिनेट से इस्तीफा देते हुए कहा, 'आप उन विधवाओं और अनाथों से नजरें कैसे मिलाएंगे? आप गाजा में मारे गए सैनिकों के परिवारों से क्या कहेंगे? आतकंवाद के पीड़ितों का सामना कैसे करेंगे?'


उन्होंने कहा, 'ओत्जमा यहूदित पार्टी ने फैसला लिया है कि वो ऐसी सरकार का हिस्सा नहीं होगी, जिसने इस सरेंडर डील को मंजूरी दी। हम खून नहीं बहाएंगे।'

 

क्या इससे नेतन्याहू को है खतरा?

फिलहाल ग्विर के इस्तीफे से नेतन्याहू सरकार संकट में नहीं है। हालांकि, उनके साथ-साथ और भी कई सांसद या मंत्री इस्तीफा देते हैं और सरकार से बाहर होते हैं तो नेतन्याहू की कुर्सी खतरे में आ सकती है। इजरायली संसद नेसेट में नेतन्याहू के पास बहुमत नहीं है। ग्विर से पहले वित्त मंत्री स्मोट्रिच ने भी इस्तीफे की धमकी दी थी।

क्या है इजरायल-हमास डील

इजरायल और हमास के बीच हुई सीजफायर डील का पहला चरण 42 दिन यानी 6 हफ्ते लागू रहेगा। इस दौरान हमास 33 इजरायली बंधकों को रिहा करेगा। बदले में इजरायल फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ेगा। दूसरे चरण में युद्ध का स्थायी अंत होगा। इसमें हमास बाकी बचे बंधकों को छोड़ेगा और इजरायली फिलिस्तीनी कैदियों का। तीसरे और आखिरी चरण में गाजा का पुनर्निर्माण होगा। 

इजरायल-हमास युद्ध में हजारों मौतें

इजरायल और हमास के बीच 7 अक्टूबर 2023 से जंग जारी है। उस दिन हमास के लड़ाकों ने इजरायल में घुसकर 1,200 लोगों की हत्या कर दी थी। साथ ही 250 लोगों को बंधक बना लिया था। इसके बाद गाजा में इजरायल ने जंग छेड़ दी। इस जंग में अब तक 46,788 फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है। 40 बंधक भी मारे गए हैं।