इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम समझौता लागू होने के बाद बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार पर खतरा मंडराने लगा है। दरअसल, इजरायल की बेंजामिन नेतन्याहू सरकार में राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन ग्विर ने रविवार को इस्तीफा दे दिया। इजराइल के कट्टरपंथी राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री की पार्टी ने कहा है कि कैबिनेट मंत्रियों ने गाजा युद्धविराम समझौते के विरोध में सरकार को यह इस्तीफा सौंपा है। 

 

क्या गिर जाएगी नेतन्याहू की सरकार?

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार से यहूदी पावर पार्टी के जाने से गठबंधन नहीं टूटेगा या युद्ध विराम पर कोई असर नहीं पड़ेगा लेकिन बेन-ग्वीर के जाने से गठबंधन अस्थिर हो गया है। एक बयान में, यहूदी पावर पार्टी ने युद्ध विराम समझौते को 'हमास के सामने आत्मसमर्पण' बताया और इसकी जमकर निंदा की। 

 

हालांकि, पार्टी ने कहा कि वह नेतन्याहू की सरकार को गिराने की कोशिश नहीं करेगी। बेन ग्वीर ने गुरुवार शाम को कहा था कि अगर कैबिनेट गाजा पट्टी में हमास के साथ बंधक-युद्धविराम समझौते को मंजूरी देती है तो उनकी पार्टी प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के सत्तारूढ़ गठबंधन से हट जाएगी। साथ ही, बेन ग्वीर ने कहा कि अगर युद्ध फिर से शुरू होता है तो उनकी पार्टी वापस लौटने को तैयार है।

 

15 महीने बाद 42 दिन का युद्धविराम

गाजा में युद्ध शुरू होने के पंद्रह महीने बाद, आज 42 दिन का युद्ध विराम लागू हो गया है। इसके बावजूद इजरायली सेना ने कहा है कि उसने गाजा में हमले जारी रखे हैं और इस बात पर जोर दिया है कि अभी तक कोई युद्ध विराम लागू नहीं हुआ है। बता दें कि 42 दिवसीय युद्ध विराम के दौरान, फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह 33 इजरायली बंधकों को सौंप देंगे और इजरायल सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। युद्ध विराम की मध्यस्थता कतर और अमेरिका ने की है।