इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि गाजा से बंधकों को वापस लाने की डील पूरी हो गई है। इजरायल और हमास के बीच बीते 15 महीनों से भीषण जंग जारी है, अब हो सकता है कि यह टकराव रुक जाए। इजरायल ने भी यह कहा है कि सीज फायर की शर्तें बदलने की वजह से अंतिम समय में इस करार को लेकर कुछ दिक्कतें आईं हैं।

बेंजामिन नेतन्याहू शुक्रवार को अपने सुरक्षा मंत्रिमंडल की बैठक बुलाएंगे। चर्चा के बाद ही सरकार की बैठक बुलाकर इस समझौते को मंजूरी दी जा सकती है। एक तरफ सीज फायर डील की बात चल रही है, दूसरी तरफ फिलिस्तीन का दावा है कि इजरायली एयर स्ट्राइक में दर्जनों लोग मारे गए हैं। 

बंधकों को हर हाल में वापस लाएगा इजरायल
इजरालय का कहना है कि बंधकों को हर हाल में वापस लाया जाएगा। जिन बंधकों की जान जा चुकी है, उनकी लाशें लाई जाएंगी, जो जिंदा बचे हैं, उन्हें वापस लाया जाएगा। 

एक तरफ सीजफायर, दूसरी तरफ हवाई हमले
फिलिस्तीन ने कहा है कि रविवार को शुरू होने वाले सीज फायर डील की घोषणा के बाद से गाजा पर इजरायली हमलों में कम से कम 87 फिलिस्तीनी मारे गए। मारे गए लोगों में 21 बच्चे और 25 महिलाएं शामिल हैं। गाजा युद्ध विराम समझौते को मंजूरी देने के लिए इजरायल की कैबिनेट आज एक बैठक बुला सकती है।


गाजा ने क्या खोया है?
इजराइल और हमास के बीच 7 अक्टूबर, 2023 से ही जंग जारी है। गाजा ने पहले इजरायल पर अटैक किया, जिसमें 1200 लोग मारे गए। वहीं इजरायली हमले में 46 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिक मारे गए हैं।

इजरायल पर आरोप क्या लगे हैं?
इजरायल पर युद्ध अपराध के संगीन आरोप लगे हैं। बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार इन आरोपों से इनकार करती रही है। अब हमास के लड़ाके इजरायली नगारिकों को रिहा करेंगे। हजारों विस्थापित फिलिस्तीनी अब इस डील के बाद अपने घर लौट सकेंगे।  

क्यों-बार अटक रहा है युद्धविराम समझौता?
इजरायल और हमास के बीच जारी जंग में दोनों पक्षों की ओर से हमले हो रहे हैं। ऐसे में सीजफायर डील बार-बार अटक जाती है। बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कह दिया है कि अगर उनके हित प्रभावित हुए तो डील किसी भी वक्त टूट सकती है। युद्धविराम पर गुरुवार को इजरायली संसद में वोटिंग भी नहीं हो पाई। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और मध्यस्थ देश कतर ने ऐलान किया था कि सीजफायर डील पूरी हो गई है। 

इजरायली सरकार के प्रवक्ता डेविड मेन्सर ने कहा है कि हमास की नई मांगें फिलाडेल्फी कॉरिडोर में इजरायली सेना की तैनाती से जुड़ी हैं, जिनकी वजह से परेशानियां आई हैं। फिलाडेल्फी कॉरिडोर, मिस्र की सीमा पास का एक अहम इलाका है, जिस पर इजरायली सैनिकों ने कब्जा कर लिया था। हमास के एक सीनियर अधिकारी इज्जत अल-रिश्क ने कहा कि युद्धविराम समझौते के लिए प्रतिबद्ध है।

इजरायल पर दुनिया नाराज क्यों है?
इजरायल का दुनियाभर में विरोध हो रहा है। आरोप है कि इजरायल युद्ध अपराध कर रहा है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अगर सीजफायर डील को मंजूरी देते हैं तो उनकी सरकार भी संकट में आ सकती है। गुरुवार को, इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री, इटमार बेन-ग्वीर ने धमकी दी है कि अगर इजरायल युद्धविराम को मंजूरी देता है तो वह सरकार छोड़ देंगे। बेंजामिन नेतन्याहू उन्ही की पार्टी के सहयोग से सत्ता में बने हुए हैं। 

इस सुरक्षा समझौते से होगा क्या?
संयुक्त राष्ट्र की संस्था UNRWA के मुताबिक गाजा की आबादी करीब 20 लाख है। लगभग 19 लाख लोग विस्थापित हुए हैं। लाखों लोग अलग-अलग राहत शिविरों में हैं। संयुक्त राष्ट्र के ही 265 कर्मचारी मारे जा चुके हैं। उन्हें घर लौटने का मौका मिलेगा।