इजरायल और ईरान के बीच चल रहा युद्ध अब घातक रूप ले चुका है। दोनों देश एक दूसरे के ऊपर मौका पाकर पलटवार कर रहे हैं। इसी बीच इजरायल ने गुरुवार की रात ईरान में कहर बरपाया है। इजरायली सेना ने ईरान में कई मिसाइल बनाने वाली फैक्ट्रियों को निशाना बनाया।
इजरायल की सेना आईडीएफ ने अपने ताजा ऑपरेशन की जानकारी देते हुए बताया है कि उसके 60 से अधिक फाइटर जेट्स ने 120 मिसाइलों से ईरान में दर्जनों औद्योगिक साइटों और सैन्य ठिकानों पर हमला किया है। IDF ने ईरान के परमाणु केंद्रों एवं बैलिस्टिक मिसाइल संबंधी बुनियादी ढांचे पर भी हमला किया है।
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सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया
आईडीएफ ने हमले में SPND मुख्यालय और मिसाइल बनाने वाले स्थलों को निशाना बनाया। इस ऑपरेशन में इजरायल ने रात के अंधेरे में 60 से ज्यादा लड़ाकू जेट का इस्तेमाल किया। इन जेट के जरिए ईरान में दर्जनों रणनीतिक सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। इजरायल ने इसी दौरान एसपीएनडी पर भी बमबारी की है।
इजरायली सेना का हवाला देते हुए टाइम्स ऑफ इजरायल ने रिपोर्ट किया, 'SPND ईरान की सेना के लिए एडवांस टेक्नोलॉली और हथियारों के अनुसंधान और विकास के लिए काम करता है। SPND की स्थापना साल 2011 में ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम के संस्थापक मोहसेन फखरीज़ादेह ने की थी।'
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SPND पर हमला क्यों अहम
टीओआई की खबर के मुताबिक, इजरायल ने अपने हमलों में तेहरान के आसपास मिसाइल निर्माण स्थलों को निशाना बनाया है। इसका मकसद मिसाइल और रॉकेट इंजन निर्माण में इस्तेमाल किए जाने वाले कच्चे माल का प्रोडक्शन कर रही साइटों को तबाह करना था। इसी में प्रमुख निशाना तेहरान स्थित SPND का हेडक्वार्टर भी शामिल था।
इजरायल और ईरान के बीच तेज होते संघर्ष ने दुनिया की चिंता बढ़ा दी है। इसे देखते हुए कई देशों ने ईरान को परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत में वापस लाने के लिए राजनयिक हस्तक्षेप करने की कोशिश कर रहे हैं।
इसी बीच ईरान की मिसाइलों ने इजराइल के ऐसे प्रमुख शोध संस्थान पर हमला किया है जो जीवन विज्ञान और भौतिकी समेत विज्ञान के अलग-अलग क्षेत्रों में अपने काम के लिए जाना जाता है। ‘वीजमैन विज्ञान संस्थान’ पर रविवार तड़के हुए हमले में हालांकि किसी की मौत नहीं हुई, लेकिन इससे परिसर में स्थित कई प्रयोगशालाओं को भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे सालों से जारी शोध कार्य प्रभावित हुए हैं।