केरल के रहने वाले एक व्यक्ति की इजरायल-जॉर्डन बॉर्डर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई है। मृतक की पहचान केरल निवासी 47 साल के एनी थॉमस गेब्रियल के रूप में हुई है। इस घटना के बाद मृतक की पत्नी का बयान सामने आया है। पत्नी ने कहा है कि उसकी पति से आखिरी फोन कॉल में केवल दो मिनट बात हुई थी। पीड़ित पत्नी ने कहा कि फोन पर थॉमस ने उससे अपने लिए प्रार्थना करने को कहा था।

'मुझसे केवल दो मिनट बात की थी'

 

अम्मान में भारतीय दूतावास ने घटना की पुष्टि करते हुए जानकारी दी है। उनके परिवार को भेजे गए एक मेल के अनुसार, 47 वर्षीय थॉमस गेब्रियल पेरीरा नामक व्यक्ति को जॉर्डन में सुरक्षा बलों ने उस समय गोली मार दी, जब वह अवैध रूप से सीमा पार करके इजराइल जाने की कोशिश कर रहा था।

 

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इजरायल जाने की कोशिश कर रहा था

 

जॉर्डन की राजधानी अम्मान में मौजूद भारतीय दूतावास ने कहा'थॉमस गेब्रियल को जॉर्डन में सुरक्षा बलों ने उस समय गोली मारी, जब वह अवैध रूप से बॉर्डर पार करके इजरायल जाने की कोशिश कर रहा था। उसकी पत्नी ने बताया कि पिछली बार जब उसे उसका फोन आया था, तो 'उसने मुझसे केवल दो मिनट बात की थी। उसने मुझसे सिर्फ़ उसके लिए प्रार्थना करने को कहा था।'

 

बॉर्डर पार करते हुए वहां मारी गोली

 

थॉमस जॉर्डन के थुंबा में रहता था। उसने एडिसन नाम के एक परिचित के साथ इजरायल की सीमा पार करने की कोशिश की थी। बॉर्डर पार करते हुए वहां मौजूद सुरक्षाबलों ने संदिग्ध जानते हुए गोली चला दी, जो  एडिसन को गोली लग गई थी। उसको भारत भेज दिया गया और वह इस हफ्ते की शुरुआत में तिरुवनंतपुरम पहुंचा।

 

थॉमस की एक रिश्तेदार ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, 'मेरे रिश्तेदार का बेटा लंदन में है और उसी ने मुझे फोन करके इस घटना के बारे में बताया। हमें नहीं पता कि वास्तव में क्या हुआ। वह 5 फरवरी को यहां से चला गया। 9 फरवरी को मेरी बहन को एक कॉल आया।'

 

भारतीय एंबेसी ने ईमेल से परिवार को बताया है कि थॉमस की मौत हो गई है। उसका शव फिलहाल जॉर्डन के एक सरकारी अस्पताल में रखा गया है। परिवार ने बताया है कि थॉमस इससे पहले एक बार कुवैत में 5 साल तक काम चुका था। वहीं, परिवार ने भारत सरकार से उसके शव को वापस घर लाने में मदद करने की अपील की है।