अमेरिका का न्यू ऑर्लिन्स शहर के हमलवार शमसुद्दीन जब्बार को अमेरिकी खुफिया एजेंसिया इस्लामिक स्टेट (IS) का आतंकी बता रही हैं। उसने ट्रक से नए साल पर कई लोगों को रौंद दिया, जिसकी वजह से 14 लोगों की जान चली गई। उनसे गोलीबारी भी की और खुद भी पुलिस की गोली का शिकार हो गया।
शमसुद्दीन की उम्र 42 साल थी। वह अमेरिकी सेना में IT एक्सपर्ट भी रह चुका है। अब अमेरिका ने उसके हमले को आतंकी हमला करार दिया है। वह नॉर्थ ह्युटन में रहता था, उसके घर से कई आपत्तिनजक चीजें बरामद की गई हैं। उसके पास से कुरान, बम बनाने के हथियार मिले हैं। वजह जंग और जिहाद के बारे में काफी कुछ पढ़ रहा था।
हमलावर ने ऐसा क्यों किया?
नए साल के दिन जब्बार ने फोर्ड एफ-150 उधार पर ली। वह बर्बन स्ट्रीट पहुंचा और सुबह 3 बजे के आसपास उसने जानबूझकर लोगों को निशाना बनाया। उसने तेज रफ्तार से दर्जनों लोगों पर गाड़ी चढ़ा दी जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई, वहीं कई लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए। पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में आखिर वह भी मारा गया।
हमलावर के घर से क्या-क्या मिला?
फेडरल इन्वेस्टिगेशन टीम की तरफ से जांच कर रहे अधिकारियों ने उसके हमले को आतंकी हमला करार दिया है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में यह बात समाने आई है कि वह जिहाद से जुड़ा कोई चैप्टर पढ़ रहा था। FBI ने जब्बार के घर के रेड डाला तो पता चला कि वह कई दिनों से इस हमले की तैयारी कर रहा था।
उसका घर बेतरतीब था। उसके पास कुछ हथियार दे। उसके पास विस्फोटक थे। उसके घर में कुछ खिलौने भी पड़े थे। उसकी दो बेटियां हैं। एक बेटी 15 साल की है, दूसरी 20 साल की। उसका व्यक्तिगत जवीन भी बेहद अस्त-व्यस्त है। हमले से कुछ घंटे पहले अपने पड़ोसियों से उसने कहा था कि वह न्यू आर्लिन्स जा रहा है। उसे एक कंपनी में IT जॉब मिल गई है। उसने गाड़ी को हथियार बनाया और लोगों को कुचलकर मार डाला।
निजी जिंदगी कैसी है?
शमसुद्दीन जब्बार निजी जिंदगी में बहुत अस्त-व्यस्त रहा है। उसने दो शादियां की हैं, दोनों बार तलाक हुआ है। उसकी दो बेटियां हैं। बेटियों के खिलौने आज भी उसके घर में पड़े हैं।

सेना का मजबूत सिपाही, आतंकी क्यों बन गया?
शमसुद्दीन जब्बार अमेरिकी सेना में शामिल रहा है। उनसे 10 साल सेना में सेवाएं दी हैं। वह इतने अहम विभाग में था कि उसे साल 2009 से लेकर 2019 तक अमेरिकी सेना में रखा गया था। साल 2015 में उसने नौकरी छोड़ी और 2020 तक उसकी जिंदगी में बेहद उतार चढ़ाव आए। लगातार टूटी हुई शादियां, खराब आर्थिक स्थिति और असफल रियल स्टेट बिजनेसमैन होने की वजह से वह परेशान रहने लगा। शमसुद्दीन जब्बार धीरे-धीरे और कट्टरपंथी होने लगा। उसने अपने परिवार को ही खत्म करने की धमकी दी। वह धीरे-धीरे IS का वफादार बनता चला गया। उसके भाई ने कहा कि यह धर्म की वजह से नहीं हुआ है, कट्टरपंथी सोच की वजह से हुआ है। वह अच्छे स्वभाव का था।