नाइजीरिया के एक यूनिवर्सिटी में हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसे देखकर लोगों में गुस्सा फैल गया है। इस वीडियो में कुछ महिला स्टाफ मेंबर्स, परीक्षा देने आई छात्राओं को छू-छूकर यह जांचती नजर आ रही हैं कि उन्होंने ब्रा पहनी है या नहीं। यह मामला ओगुन राज्य के ओलाबिसी ओनाबांजो यूनिवर्सिटी का है। वीडियो में दिख रहा है कि छात्राएं परीक्षा हॉल में जाने के लिए लाइन में खड़ी हैं और महिला स्टाफ उनकी छाती छूकर जांच कर रही हैं।

 

अब तक यूनिवर्सिटी की तरफ से इस पर कोई बयान नहीं आया है। हालांकि एक छात्र नेता ने इस नियम का बचाव करते हुए कहा कि यह यूनिवर्सिटी के ड्रेस कोड का हिस्सा है, ताकि पढ़ाई का माहौल ध्यान भटकाने वाला न हो लेकिन उन्होंने यह भी माना कि इसे लागू करने का तरीका गलत था। इस घटना की काफी आलोचना हो रही है और लोग इसे पुराने ख्यालों वाला, महिलाओं के खिलाफ और यौन उत्पीड़न जैसा बता रहे हैं।

 

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हर टाइम होती कपड़ों की जांच

ह्यूमन राइट्स नेटवर्क से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बीबीसी से बातचीत में कहा कि अगर छात्रों के अधिकारों का उल्लंघन होता है, तो वह यूनिवर्सिटी के खिलाफ कोर्ट में केस कर सकते हैं। हारुना अयागी ने कहा, 'अगर कोई किसी दूसरे के शरीर को गलत तरीके से छूता है तो वह कानूनन अपराध है और यूनिवर्सिटी ने जैसे अभद्र कपड़ों पर रोक लगाने के नाम पर जो तरीका अपनाया है, वह गलत है।'

 

बीबीसी से बात करते हुए एक छात्रा ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि यूनिवर्सिटी कोई धार्मिक संस्थान नहीं है, फिर भी वहां बहुत सख्त नियम लागू किए गए हैं। उसने कहा कि उनके कपड़ों की हर समय जांच की जाती है।

 

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यूनिवर्सिटी का ड्रेस कोड क्यों लागू हुआ?

जब इसको लेकर विरोध हुआ तो यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट यूनियन अध्यक्ष मुइज ओलाटुनजी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि यूनिवर्सिटी का मकसद एक सम्मानजनक और ध्यान न भटकाने वाला माहौल बनाना है। इसलिए छात्रों से कहा जाता है कि वह ऐसे कपड़े पहनें जो मर्यादा में हों और यूनिवर्सिटी के मूल्यों के हिसाब से हों। उन्होंने यह भी कहा कि यह ड्रेस कोड कोई नई बात नहीं है, और यूनियन इस पर काम कर रही है कि बिना किसी की गरिमा को ठेस पहुंचाए ड्रेस को लेकर बेहतर समाधान निकाला जा सके। 

 

यूनिवर्सिटी ने ड्रेस कोड की जानकारी भी शेयर की, जिसमें ऐसे कपड़े पहनने से मना किया गया है जो किसी को भी छात्र की ओर अनुचित तरीके से आकर्षित करें। यह यूनिवर्सिटी साल 1982 में ओगुन स्टेट यूनिवर्सिटी के तौर पर शुरू हुई थी और 2001 में इसका नाम बदलकर ओलाबिसी ओनाबांजो यूनिवर्सिटी रखा गया।