पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि सिंधु नदी के पानी को डायवर्ट करने के लिए बनाए गए किसी भी ढांचे को नष्ट कर दिया जाएगा क्योंकि भारत ने बढ़ते तनाव के बीच दोनों देशों को युद्ध की तरफ ले जाने वाली अपनी रणनीति जारी रखे हुए हैं। पहलगाम आतंकी हमले के समय बाद सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया था। सिंधु का जाल पाकिस्तान की 80% कृषि भूमि के लिए पानी प्रदान करना सुनिश्चित करता है।

 

पहले भी कई भड़काऊ बयान देने वाले पाकिस्तानी मंत्री ने एक इंटरव्यू में कहा कि पाकिस्तान को मिलने वाले पानी को मोड़ने को 'आक्रामकता' माना जाएगा।

 

जब उनसे पूछा गया कि यदि भारत सिंधु बेसिन पर बांध बनाने की दिशा में आगे बढ़ता है तो पाकिस्तान की क्या प्रतिक्रिया होगी, तो आसिफ ने कहा, 'यह पाकिस्तान के खिलाफ आक्रामकता होगी... यदि उन्होंने (भारत ने) इस तरह का कोई भी कॉन्सट्रक्शन करने की कोशिश की तो पाकिस्तान इस तरह की संरचना को नष्ट कर देगा।'

 

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आयात-निर्यात हुआ बैन

बता दें कि पहलगाम हमले से बढ़ते तनाव के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ होने वाले व्यापार पर भी बैन लगा दिया है। केंद्र सरकार ने बैन की वजह भी बताई है। वाणिज्य मंत्रालय ने नोटिफिकेशन में कहा है, 'यह फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में लिया जा रहा है। अगर इस आदेश में किसी अपवाद की स्थिति बनती है तो उसके लिए केंद्र सरकार की मंजूरी अनिवार्य होगी।' बैन की असली वजह 22 अप्रैल को हुआ पहलगाम हमला है। पहलगाम हमले में 26 लोगों को आतंकियों ने मौत के घाट उतार दिया गया था। भारत का आरोप है कि इस आतंकी गतिविधि में पाकिस्तान की संलिप्तता है।


पाकिस्तान ने किया मिसाइल परीक्षण

इसके अलावा बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान ने पाकिस्तान ने शनिवार को बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है। इस मिसाइल का नाम अब्दाली है जो सतह से सतह पर मार करने में सक्षम है। इस मिसाइल का रेंज मिसाइल का रेंज 450 किलोमीटर बताया जा रहा है। यह मिसाइल अभी पाकिस्तान आर्मी में अपनी सेवाएं दे रही है।

 

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'खून की नदियां बह जाएंगी'

इसके पहले पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने कहा था कि अगर सिंधु नदी के पानी को रोका गया तो खून की नदियां बह जाएंगी। हालांकि, उसके कुछ समय बाद उन्होंने खुद स्वीकार किया था कि पाकिस्तान आंतकवाद को फंडिंग करता रहा है।