पाकिस्तान में जारी विरोध प्रदर्शन फिलहाल थम गया है क्योंकि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ यानी कि पीटीआई ने बुधवार को इसे वापस लेने की घोषणा की। पाकिस्तान की जियो न्यूज़ ने इस बात की जानकारी दी।
विरोध प्रदर्शन को खत्म करने की घोषणा करने के बाद खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन और इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी ने विरोध प्रदर्शन के स्थल को छोड़ दिया है।
एक प्रेस रिलीज जारी करके पीटीआई की मीडिया सेल ने कहा, "सरकार की निर्दयता और राजधानी को निहत्थे नागरिकों के लिए राजधानी को कसाईखाने में बदलने की सरकार की योजना को देखते हुए, हम अस्थायी तौर पर अपने 'शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन' को स्थगित करते हैं। इसमें कहा गया है कि पार्टी अपना अगला फैसला इमरान खान के निर्देश के मुताबिक करेगी।"
सरकार ने की थी कड़ी कार्रवाई
24 नवंबर से शुरू हुए इस प्रदर्शन को कंट्रोल करने के लिए सरकार ने भी एड़ी-चोटी का जोर लगा रखा था। सरकार ने इस्लामाबाद के रेड ज़ोन में पहुंचने की कोशिश करने वाले प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए राजधानी को जाने वाले हाईवे को कंटेनर वगैरह की बैरिकेडिंग लगा के रोक रखा था। प्रदर्शनकारी डी-चौक पहुंचना चाहते थे क्योंकि वहीं पर पार्लियामेंट, प्रधानमंत्री आवास और सुप्रीम कोर्ट जैसे महत्त्वपूर्ण सरकार संस्थान हैं।
क्यों हो रहा था विरोध प्रदर्शन
प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि इमरान खान को जेल से रिहा किया जाए और इसके साथ ही वे यह भी मांग कर रहे हैं कि मौजूदा सरकार इस्तीफा दे क्योंकि उन्हें लगता है कि इलेक्शन ईमानदारी से नहीं हुआ है।
कई सुरक्षाकर्मियों की भी हो चुकी है मौत
रविवार को शुरु हुए इस प्रदर्शन ने मंगलवार को हिंसा का रूप ले लिया था। प्रदर्शनकारी उग्र हो रहे थे जिसकी वजह से सरकार को उन्हें संभालना काफी मुश्किल हो रहा था। नतीजतन सरकार ने उन्हें नियंत्रित करने के लिए सेना को उतार दिया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों और सेना के बीच हुई झड़प में चार सुरक्षा अधिकारियों सहित कम से कम 6 लोगों की मौत हो गई। झड़प प्रदर्शनकारियों द्वारा बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश के दौरान हुई।