भ्रष्टाचार के मामले में रूस के पूर्व उप-रक्षा मंत्री तिमुर इवानोव को मॉस्को की एक अदालत ने 13 साल की सजा सुनाई है, जबकि अभियोजकों ने साढ़े 14 साल की सजा की मांग की थी। इवानोव को पिछले साल अप्रैल महीने में गिरफ्तार किया गया था। मार्च महीने से उनके खिलाफ सुनवाई बंद दरवाजों के पीछे चल रही थी। स्वतंत्र पत्रकार फरीदा रुस्तमोवा का दावा है कि तिमुर इवानोव को मिली सजा आधुनिक इतिहास में किसी उच्च पदस्थ रूसी सरकारी अधिकारी को दी गई सबसे लंबी सजा है। रूसी मीडिया में तिमुर इवानोव की पहचान 'ग्लैमरस जनरल' के तौर पर होती है। वे इसी नाम से फेमस हैं। 2018 में फोर्ब्स रूस ने इवानोव को रूस के सबसे धनी सैन्य अधिकारियों की सूची में जगह दी। उनके परिवार के पास कुल 1.5 मिलियन डॉलर की संपत्ति है। 

 

मॉस्को की अदालत ने तिमुर इवानोव को 13 साल की सजा के अलावा 100 मिलियन रूबल का जुर्माना भी चुकाने का आदेश दिया है। उनसे राज्य पुरस्कार भी छीन लिया गया है। इवानोव और उनके रिश्तेदारों से जब्त की गई संपत्ति को रूसी सरकार को ट्रांसफर कर दिया गया है। इसके अलावा इवानोव के पूर्व सहायक एंटोन फिलाटोव को साढ़े 12 साल की सजा सुनाई गई है। उसे 25 मिलियन रूबल का जुर्माना चुकाना होगा।

 

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इवानोव पर क्या आरोप थे?

49 वर्षीय तिमुर इवानोव को साल 2016 में उप रक्षा मंत्री बनाया गया था। उन्हें बतौर उप रक्षा मंत्री रसद, संपत्ति प्रबंधन, आवास और चिकित्सा देखभाल की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इवानोव पर 2018 से 2023 के बीच ओलंपसिस्ट्रोय कंपनी के सह-संस्थापक अलेक्जेंडर फोमिन और एक प्रमुख सैन्य ठेकेदार से 1.185 बिलियन रूबल की रिश्वत लेने का आरोप था।  बाद में उन पर मनी लॉन्ड्रिंग और गबन का भी केस दर्ज किया गया। दोनों मामलों की सुनवाई मार्च महीने से मॉस्को सिटी कोर्ट में बंद दरवाजों की पीछे चली। इवानोव पर विदेशी बैंक ट्रांसफर के माध्यम से 4.1 बिलियन और दो नौकाओं की खरीद में लगभग 216 मिलियन रूबल के गबन का आरोप लगा। इन नावों का इस्तेमाल रूस और क्रीमिया के बीच यातायात में करना था।  

पूर्व रक्षा मंत्री सर्गेई के करीबी हैं इवानोव

रक्षा मंत्रालय में भ्रष्टाचार से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन बेहद नाराज थे। इसके बाद उच्च पदों पर तैनात कई अधिकारियों को पकड़ा गया। तिमुर इवानोव रूस के पूर्व रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु बेहद करीबी माने थे। सर्गेई के कई करीबियों को रूस में पकड़ा। मगर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से व्यक्तिगत संबंधों के कारण सर्गेई बचने में सफल रहे। बाद में पुतिन ने उन्हें सुरक्षा परिषद का सचिव बना दिया। 

 

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पुतिन प्रशासन में बढ़ी नाराजगी के बाद ऐक्शन

यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद अमेरिका और यूरोपीय संघ ने इवानोव पर बैन लगा दिया था। यूक्रेन के खिलाफ जंग में रूसी सैन्य संगठन और आपूर्ति में भारी खमियों का खुलासा हुआ। बाद में रूस की सैन्य विफलता का जिम्मेदार इवानोव को ठहराया गया। भव्य जीवनशैली जीने वाले इवानोव खिलाफ पुतिन प्रशासन में नाराजगी बढ़ी और अंत में उनकी गिरफ्तारी तक करवानी पड़ी।