शेख हसीना चर्चा में हैं। चर्चा में इसलिए हैं क्योंकि उन्होंने भारत में इस वक्त शरण ले रखी है। हाल ही में एक और बड़ी खबर आई कि 97 अन्य लोगों के साथ उनका पासपोर्ट रद्द कर दिया गया। इसके बाद बांग्लादेश ने एक बार फिर से दबाव बनाना शुरू किया कि उन्हें बांग्लादेश में वापस भेज दिया जाए।
दरअसल, शेख हसीना ने पिछले साल अगस्त में तख्ता पलट के बाद भारत में आकर शरण ले ली थी, तब से वह भारत में ही रह रही हैं।
हालांकि, शेख हसीना किसी देश की पहली ऐसी प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति नहीं हैं जिन्होंने भागकर किसी और देश में शरण ली है। खबरगांव आपको ऐसे कुछ अन्य नेताओं के बारे में बता रहा है।
बशर अल-असद
पिछले साल दिसंबर में सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल-असद उस वक्त देश छोड़कर भाग गए जब विद्रोही ग्रुप एचटीएस (तहरीर अल-शाम) ने राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया।
एचटीएस द्वारा दमिश्क पर कब्जा करने के पहले ही बशर अल-असद ने देश छोड़ दिया और रूस में जाकर शरण ली।
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अशरफ गनी
साल 2021 में अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति ने भी तालिबान के कब्जे के बाद देश छोड़ दिया था। एक रिपोर्ट के हवाले से यह भी दावा किया गया था कि जाते जाते वह देश से लाखों डॉलर की रकम भी अपने साथ उज्बेकिस्तान लेकर भाग गए थे।
उनका कहना था कि उन्होंने देश इसलिए छोड़ दिया ताकि लोगों का कत्ल-ए-आम न हो।।
गोटाबाया राजपक्षा
साल 2022 में जनता द्वारा भारी विरोध प्रदर्शन के बाद श्रीलंका के तत्कालीन राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षा ने देश छोड़ दिया था। श्रीलंका की सेना ने इस बात को कन्फर्म किया था कि उन्होने अपनी पत्नी और दो सुरक्षाकर्मियों के साथ देश छोड़कर मालदीव में शरण ली थी।
व्लादिमीर जेलिंस्की
यूक्रेन की राजधानी कीव में रूस के हमले के बाद ऐसा दावा किया जा रहा था कि यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर देश छोड़कर भाग गए हैं। हालांकि, बाद में जेलिंस्की ने खुद वीडियो जारी करके कहा था कि उन्होंने देश नहीं छोड़ा हैष