अमेरिका में एक भारतीय नागरिक को 8 साल जेल की सजा सुनाई गई है। उसका नाम साई वर्शित कंडुला है। उसने व्हाइट हाउस पर हमला करन की कोशिश की थी। उसका मकसद राष्ट्रपति जो बाइडेन की हत्या करना था। साई को पिछले साल 13 मई को अमेरिकी संपत्ति को जानबूझकर नुकसान पहुंचाने के आरोप में दोषी ठहराया गया था।
क्या है पूरा मामला?
22 मई 2023 को साई वर्शित ने मिसूरी के सेंट लुई से वॉशिंगटन डीसी तक की फ्लाइट ली थी। उस दिन शाम को 5.20 बजे वो एयरपोर्ट पहुंचा। साढ़े 6 बजे उसने भाड़े पर एक ट्रक लिया। इसके बाद साई ट्रक से ही वॉशिंगटन डीसी की तरफ बढ़ा। रात 9.35 बजे उसने व्हाइट हाउस और राष्ट्रपति पार्क की सुरक्षा में लगे बैरियर से ट्रक टकरा दिया था। उसने फिर ट्रक को पीछे किया और एक बार फिर टक्कर मारी। दूसरी टक्कर में ट्रक खराब हो गया और उसके इंजन से धुआं निकलने लगा। इसके बाद साई ट्रक से उतरा और पीछे का गेट खोलकर उसने नाजी के स्वास्तिका चिह्न वाला झंडा निकाला। अमेरिकी सीक्रेट सर्विस की टीम ने साई को उसी वक्त गिरफ्तार कर लिया।
मकसद क्या था?
डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस के मुताबिक, व्हाइट हाउस पर हमले के लिए साई वर्शित कई हफ्तों से प्लानिंग कर रहा था। उसने अप्रैल 2023 में वर्जीनिया की एक सिक्योरिटी कंपनी से 25 गार्ड्स को लेकर संपर्क भी किया था। मई में उसने एक बड़े ट्रक को किराये पर लेने के लिए कई कंपनियों से भी संपर्क किया था। पूछताछ में उसने बताया था कि वो अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की हत्या करना चाहता था। उसका मकसद लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार को उखाड़कर नाजी विचारधारा की तानाशाही को स्थापित करना चाहता था।
8 साल की सजा क्यों?
साई वर्शित की उम्र 20 साल के आसपास है। उसे अमेरिकी संपत्ति को जानबूझकर नुकसान पहुंचाने के मामले में 8 साल जेल की सजा सुनाई गई है। डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस के मुताबिक, साई वर्शित ने जानबूझकर 4,322 डॉलर (करीब 3.75 लाख रुपये) का नुकसान हुआ था।