प्रशांत महासागरीय देश वानुअतु की राजधानी पोर्ट विला में 7.4 तीव्रता का भूकंप आने से हड़कंप मच गया। इस भूकंप में दो चीनी नागरिकों सहित 14 लोगों की मौत हो गई। साथ ही इमारतें, दूतावास और एक अस्पताल भी तहत-नहस हो गया।

 

वानुअतु के पुलिस आयुक्त रॉबसन इवारो ने एक वीडियो संदेश में बताया कि इस भूकंप में 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इसके अलावा ढही हुई इमारत में फंसे तीन लोग बचावकर्मियों से संपर्क करने में जुट हुए हैं। अंदर और भी लोग फंसे होनी की आशंका है। 

सोशल मीडिया पर दिखा भयावह मंजर

सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई फुटेज में मलबे के नीचे दबे वाहन, हाईवे पर बिखरे पत्थर और पोर्ट विला के अंतरराष्ट्रीय शिपिंग टर्मिनल के पास जमीन धंसी नजर आई। बचावकर्मी रात भर लोगों को मलबे से बाहर निकालने में मदद कर रही है। मलबे से तीन  लोगों को जीवित निकाला गया है, जिनमें से एक ही हालत बहुंत गंभीर बताई जा रही है। इस बीच मलबे से निकाली गई एक महिला की बाद में मौत हो गई। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कार्यालय ने बताया कि पोर्ट विला के मुख्य शहर में दस इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा है। 

 

इस भूकंप में दो चीनी नागरिकों की मौत

वानुअतु में चीन के राजदूत ली मिंगगांग ने बुधवार को राज्य मीडिया को बताया कि इस भूकंप में दो चीनी नागरिकों की मौत हो गई। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कार्यालय ने एक रिपोर्ट में कहा कि 14 मौतों में से छह लोग भूस्खलन में मारे गए, चार बिलबोंग इमारत के ढहने से और चार विला सेंट्रल अस्पताल में मारे गए। 

रात भर झटके हुए महसूस

बता दें कि वनुआतु में रात भर कई झटके महसूस किए गए, जिनमें से एक की तीव्रता 6.1 थी। पोर्ट विला में एक रिसॉर्ट का प्रबंधन करने वाली ऑस्ट्रेलियाई कैरोलीन बर्ड ने बुधवार को एबीसी न्यूज को बताया कि 'केवल दो मिनट पहले ही, हमें एक और झटका लगा था। शायद मैं यह भी नहीं गिन पाऊंगी कि कितने झटके आए। रात भर बहुत सारे झटके महसूस किए गए।'

 

कार्यवाहक प्रधानमंत्री चार्लोट सलवाई ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा समिति ने आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है और सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में सात दिनों के लिए कर्फ्यू लगा दिया है। इसके अलावा अंतर्राष्ट्रीय सहायता मांगी गई है।