4 दिसंबर को न्यूयोर्क सिटी में यूनाइटेड हेल्थकेयर के CEO ब्रायन थॉम्पसन की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने हाल ही में मैरीलैंड के एक प्रमुख परिवार से ताल्लुक रखने वाले 26 वर्षीय लुइगी मंगियोन को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है। उसके वकील के अनुसार, मंगियोन निर्दोष होने की दलील देंगे।

कौन है लुइगी मंगियोन?

लुइगी ने बाल्टीमोर के प्रसिद्द गिलमैन स्कूल से पढ़ाई की थी, जहां वो अपनी कक्षा के टॉप छात्र (वैलिडिक्टोरियन) था। इसके साथ मंगियोन ने पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में स्नातक और मास्टर डिग्री हासिल की और वहां वीडियो गेम डेवलपमेंट क्लब की स्थापना भी की। वह ट्रूकार नामक एक डिजिटल रिटेलिंग कंपनी में डेटा इंजीनियर के रूप में काम कर चुका है।

 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मंगियोन कथित रूप से स्वास्थ्य बीमा कंपनियों के प्रति गहरी नाराजगी रखता था और उन्हें 'परजीवी' कहता था। पुलिस ने दावा किया है कि थॉम्पसन की हत्या में इस्तेमाल की गई गोलियों पर 'डिनाय,' 'डिफेंड,' और 'डिस्पोज' जैसे शब्द लिखे थे, जो बीमा कंपनियों की दावों को नकारने की रणनीतियों का प्रतीक हो सकते हैं।

 

गिरफ्तारी के समय मंगियोन के पास एक बंदूक, नकली पहचान पत्र और कुछ नकदी मिले। उसके पास हाथ से लिखा हुआ एक दस्तावेज भी था, जिसमें कॉर्पोरेट अमेरिका के प्रति 'घृणा' व्यक्त की गई थी। दस्तावेज में लिखा था, 'इन परजीवियों को इसकी सजा मिलनी ही थी।'

 

लुइगी एक समय हवाई के सर्फिंग ग्रुप का हिस्सा था, लेकिन गंभीर पीठ दर्द के कारण उसे यह जगह छोड़नी पड़ी। दोस्तों के अनुसार, उसने पीठ के दर्द के लिए सर्जरी भी करवाई थी। मंगियोन ने रेडिट पर अपनी पीठ दर्द और ब्रेन फॉग से जुड़ी परेशानियों के बारे में भी लिखा था। उसके सोशल मीडिया प्रोफाइल पर एक स्पाइन के एक्स-रे की तस्वीर भी पाई गई।

 

हाल के समय में, मंगियोन की मां ने उसके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। मां ने पुलिस को बताया था कि जुलाई के बाद से वह अपने बेटे से संपर्क नहीं कर पाई हैं। मंगियोन के दोस्तों और परिवार के लिए यह पूरी घटना हैरान कर देने वाली है। उनके करीबी यह मानने को तैयार नहीं हैं कि इतना होनहार और साधारण व्यक्तित्व का व्यक्ति किसी को नुकसान पहुंचा सकता है।

अब लोग बता रहे हैं हीरो

CEO ब्रायन थॉम्पसन के हत्या का आरोपी लुइगी मैंगियोन को अब सोशल मीडिया पर ‘हीरो’ बताया जा रहा है। भारी संख्या में लोग उसका समर्थन कर रहे हैं और कानूनी लड़ाई के लिए ऑनलाइन फंडिंग भी की जा रही है। एक फंड रेजिंग साइट पर लुइगी मैंगियोन को कानूनी लड़ाई में सहायता देने के लिए अब तक करीब 70 हजार डॉलर भारतीय रुपयों में करीब 59 लाख रुपए जमा हो चुके हैं। 

 

इस हत्या की वजह क्या है, इस विषय में पुलिस ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। हालांकि, ऐसा माना जा रहा है कि मैंगियोन के हेल्थ इनश्योरेंस कंपनियों के साथ विवाद चल रहा था, आशंका है कि यह इस घटना के पीछे बड़ी वजह हो सकती है।