यमन के ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने इजरायल पर ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया है। इजरायली सेना ने दावा किया है कि यमन ने कई ड्रोन दागने की कोशिश की, ज्यादातर ड्रोन हवा में ही मार गिराए गए। यमन की ओर से मिसाइल हमले भी किए गए, जिन्हें हवा में ही इजरायली एयर डिफेंस सिस्टम ने तबाह कर दिया।
यमन के हमलों की वजह से इजरायल में कोई घायल नहीं हुआ है। मिसाइल के टुकड़ों कुछ जगह इजरायल में बिखरे मिले हैं। ड्रोन हमले के बाद गाजा और मिस्र की सीमाओं के पास कई राउंड सायरन बजे। इजरायली सेना ने ड्रोन हमलों को नाकाम किया।
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हमलों से इजरायल में हड़कंप
दक्षिणी इजरायल के ऊपर ड्रोन के हवा में विस्फोट होने और एक लड़ाकू जेट के पास से गुजरने की तस्वीरें दिखाई सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। शुक्रवार रात हूतियों ने एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी, जिससे मध्य इजरायल में अचानक तेज सायरन बजने लगे और लोग डर गए।
मिसाइलों के टुकड़े कई जगह गिरे
इजरायली वायु सेना ने मिसाइल के टुकड़ों को नष्ट करने के लिए कई इंटरसेप्टर मिसाइलें दागीं। सेना ने दावा किया है कि मिसाइल हवा में ही बिखर गई थी। मिसाइल के टुकड़े मध्य इजरायल की कई जगहों पर गिरे, जिनकी जांच इजरायली सेना कर रही है।
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एयरपोर्ट तबाह करना चाहते थे हूती
इजरायल में भी तक किसी के घायल होने की कोई सूचना सामने नहीं आई है। हूती विद्रोहियों ने दोनों हमलों की जिम्मेदारी ली और दावा किया कि उनकी बैलिस्टिक मिसाइल ने बेन गुरियन हवाई अड्डे को निशाना बनाया है। हूतियों ने दावा किया कि तेल अवीव और अश्केलोन में इजरायल पर दो ड्रोन हमले किए।
हूती बार-बार कर रहे हैं हमला
इजरायली सेना ने कहा है कि अगर दूसरा ड्रोन दागा गया था तो वह संभवतः इजरायल पहुंचने से पहले ही नष्ट हो गया। हाल के महीनों में हूतियों ने कई ड्रोन हमले किए, जिन्हें इजरायली डिफेंस फोर्स ने नाकाम कर दिया। हूती आइए दिन इजरायल पर हमले कर रहे हैं। हूती विद्रोही लगातार इजरायल पर हमले कर रहे हैं।
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हूती कौन हैं, इजरायल से दुश्मनी क्यों?
हूती यमन का एक शिया विद्रोही समूह है, जिसका पूरा नाम अंसार अल्लाह है। यह समूह जायदी शिया मुस्लिमों से संबंधित है। साल 2004 से यमन सरकार के खिलाफ विद्रोह कर रहा है। हूतियों को ईरान समर्थन देता है। इजरायल से उनकी दुश्मनी ईरान-इजरायल संघर्ष का हिस्सा है। हूती इजरायल को पश्चिमी साम्राज्यवाद और फिलिस्तीनी उत्पीड़न का प्रतीक मानते हैं। वे गाजा में इजरायल के सैन्य अभियानों के खिलाफ हैं।