यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने की कोशिशोंं पर चर्चा की। यह बातचीत उस समय हुई जब मोदी सोमवार को चीन के तियानजिन में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करने वाले हैं।

 

फोन कॉल के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा—'मैं राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की का धन्यवाद करता हूं। हमने मौजूदा संघर्ष, इसके मानवीय पहलू और शांति बहाल करने के प्रयासों पर विचार साझा किए। भारत इस दिशा में हर संभव सहयोग करेगा।'

 

यह भी पढ़ेंः चीन में PM मोदी: पुतिन-जिनपिंग के साथ होगी मीटिंग; उठा सकते ये मुद्दे

अमेरिका और यूरोप से हुई बात

ज़ेलेंस्की ने एक अलग पोस्ट में बताया कि उन्होंने हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और कई यूरोपीय नेताओं से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा कि यह चर्चा बेहद प्रोडक्टिव और महत्वपूर्ण रही, जिसमें 'वास्तविक शांति' हासिल करने के तरीकों पर साझा दृष्टिकोण बना। ज़ेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन रूस के साथ बैठक के लिए तैयार है।

 

यह दूसरी बार है जब ज़ेलेंस्की ने मोदी से सीधे बात कर शांति प्रयासों पर चर्चा की। इससे पहले उन्होंने 11 अगस्त को फोन किया था, जबकि उससे तीन दिन पहले पुतिन ने भी मोदी से यूक्रेन की स्थिति पर बात की थी।

अमेरिका की नाराज़गी

ज़ेलेंस्की का फोन ऐसे समय पर आया जब अमेरिका के ट्रंप प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भारत की रूस से ऊर्जा खरीद को लेकर आलोचना कर रहे हैं। व्हाइट हाउस के सलाहकार पीटर नवारो ने भारत पर आरोप लगाया कि वह सस्ती रूसी ऊर्जा से मुनाफा कमा रहा है और अप्रत्यक्ष रूप से युद्ध को वित्तीय मदद दे रहा है।

 

हालांकि भारत सरकार ने साफ कहा है कि उसकी स्थिति 'स्पष्ट' है—संघर्ष का शांतिपूर्ण समाधान और जल्द से जल्द शांति बहाली। मोदी ने यह भी दोहराया कि भारत हर संभव मदद देने के लिए प्रतिबद्ध है।

सीजफायर की मांग

ज़ेलेंस्की ने कहा कि उनका फोन SCO शिखर सम्मेलन से पहले भारत के साथ तालमेल बिठाने के लिए था। उन्होंने कहा—'इस युद्ध का अंत त्वरित सीजफायर से ही शुरू हो सकता है। जब हमारे शहर लगातार गोलाबारी झेल रहे हों तो शांति की गंभीर बात करना असंभव है।'

 

ज़ेलेंस्की ने भरोसा जताया कि भारत ज़रूरी प्रयास करेगा और SCO में रूस व अन्य नेताओं को उचित संदेश देगा। उन्होंने रूस पर आरोप लगाया कि उसने नागरिक ठिकानों पर हमले किए और दर्जनों लोगों की जान ली।

 

यह भी पढ़ें: क्या है IEEPA, जिस पर घिरे ट्रंप? अब खतरे में उनकी टैरिफ नीति

भारत-यूक्रेन संबंधों पर चर्चा

दोनों नेताओं ने भारत-यूक्रेन साझेदारी की प्रगति की समीक्षा भी की और आपसी सहयोग बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की। इसमें उच्च-स्तरीय दौरे और संयुक्त अंतर-सरकारी आयोग की बैठक की तैयारी शामिल रही। ज़ेलेंस्की ने कहा कि दोनों देशों के बीच सहयोग की बड़ी संभावनाएं हैं और वह जल्द ही प्रधानमंत्री मोदी से मिलने के इच्छुक हैं।