आज के समय में हेयर फॉल की समस्या बहुत आम हो गई। किसी भी उम्र के व्यक्ति को गंजेपन की समस्या हो सकती है। हेयर फॉल को रोकने के लिए लोग तमाम तरह के ट्रीटमेंट्स का इस्तेमाल करते हैं।
पिछले कुछ समय से मार्केट में हेयर ट्रांसप्लांट और हेयर पैचेज की डिमांड बढ़ गई है। इन दोनों ट्रीटमेंट्स को लेकर लोगों के मन में कई प्रकार के सवाल होते हैं। कौन सा ट्रीटमेंट बालों के लिए ज्यादा फायदेमंद माना जाता है? इस बारे में हमने दिल्ली के श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट सीनियर कंसल्टेंट डर्मेटोलॉजी डॉक्टर विजय सिंघल से बात की।
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हेयर ट्रांसप्लांट या हेयर पैच कौन सा बेहतर?
हेयर ट्रांसप्लांट और हेयर पैच दोनों के अपने फायदे हैं, लेकिन बेहतर विकल्प व्यक्ति की उम्र, गंजेपन की स्थिति और उम्मीदों पर निर्भर करता है। हेयर ट्रांसप्लांट में व्यक्ति के अपने बाल लगाए जाते हैं, इसलिए यह स्थायी और प्राकृतिक समाधान माना जाता है, हालांकि इसमें समय, खर्च और सर्जरी शामिल होती है। वहीं हेयर पैच बिना सर्जरी का तरीका है, जिसमें तुरंत घने बालों का लुक मिल जाता है, लेकिन यह अस्थायी होता है और नियमित देखभाल जरूरी होती है। हल्के गंजेपन में ट्रांसप्लांट और ज्यादा गंजेपन में पैच बेहतर विकल्प हो सकता है।- सीनियर कंसल्टेंट डर्मेटोलॉजी डॉक्टर विजय सिंघल
हेयर ट्रांसप्लांट करवाने का कितना खर्च आता है?
हेयर ट्रांसप्लांट का खर्च गंजेपन की मात्रा, ग्राफ्ट्स की संख्या और क्लिनिक पर निर्भर करता है, आमतौर पर भारत में इसका खर्च लगभग 40 हजार से 2.5 लाख रुपये तक हो सकता है। यह एक सुरक्षित प्रक्रिया है लेकिन कुछ मामलों में सूजन, हल्का दर्द, खुजली, इंफेक्शन या शुरुआती दिनों में लगाए गए बालों का झड़ना देखा जा सकता है जिसे शॉक लॉस कहा जाता है। सही डॉक्टर और उचित देखभाल से नुकसान की संभावना कम रहती है और समय के साथ बाल प्राकृतिक रूप से उगने लगते हैं।

क्या दोबारा बाल झड़ते हैं?
हेयर ट्रांसप्लांट के बाद लगाए गए बाल आमतौर पर दोबारा नहीं झड़ते है क्योंकि ये सिर के उस हिस्से से लिए जाते हैं जहां बाल जीवनभर मजबूत रहते हैं। हालांकि, ट्रांसप्लांट के आसपास मौजूद पुराने और कमजोर बाल समय के साथ झड़ सकते हैं, जिससे दोबारा बाल झड़ने का एहसास हो सकता है। शुरुआती 1 से 3 महीनों में लगाए गए बालों का अस्थायी रूप से झड़ना सामान्य प्रक्रिया है जिसे शॉक लॉस कहा जाता है। सही देखभाल, दवाइयों और डॉक्टर की सलाह से लंबे समय तक अच्छे और प्राकृतिक परिणाम मिलते हैं।
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हेयर पैच से जुड़े सवाल
हेयर पैच यूज करने पर होती हैं ये समस्या
हेयर पैच इस्तेमाल करने के बाद खुजली और रैशेज आमतौर पर गोंद, टेप, पसीने या सही सफाई न होने के कारण होते हैं। ऐसी स्थिति में पैच को कुछ समय के लिए हटाकर स्कैल्प को हल्के मेडिकेटेड शैंपू से साफ करें और अच्छी तरह सुखाएं। खुजली बढ़ने पर बिना सलाह कोई क्रीम न लगाएं, बल्कि त्वचा विशेषज्ञ से संपर्क करें। हाइपोएलर्जेनिक ग्लू का इस्तेमाल करें और पैच को लंबे समय तक लगातार न पहनें। स्कैल्प को हवा लगने देना और नियमित सफाई करना इन समस्याओं से बचाव में मदद करता है।
बालों को क्लीन करने का क्या प्रोसेस होता है?
हेयर पैच लगाने के बाद बालों की सही सफाई बहुत जरूरी होती है ताकि खुजली, बदबू और इंफेक्शन से बचा जा सके। आमतौर पर 7 से 10 दिन में एक बार हेयर पैच को सावधानी से हटाकर क्लीन किया जाता है। पहले पैच और स्कैल्प पर लगे गोंद को रिमूवर से धीरे-धीरे साफ किया जाता है, फिर स्कैल्प को हल्के मेडिकेटेड शैंपू से धोकर अच्छी तरह सुखाया जाता है। इसके बाद पैच को भी माइल्ड शैंपू से साफ कर सुखाया जाता है और नई हाइपोएलर्जेनिक ग्लू से दोबारा लगाया जाता है।

हेयर पैच खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
हेयर पैच खरीदते समय सबसे पहले उसकी क्वालिटी और मैटेरियल पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि खराब क्वालिटी का पैच खुजली और रैशेज की समस्या बढ़ा सकता है। पैच का साइज और शेप आपके गंजे हिस्से के अनुसार होना चाहिए ताकि वह नेचुरल दिखे। मानव बालों से बना पैच ज्यादा प्राकृतिक और टिकाऊ माना जाता है। साथ ही इस्तेमाल होने वाली ग्लू या टेप स्किन-फ्रेंडली होनी चाहिए। हमेशा किसी भरोसेमंद क्लिनिक या प्रोफेशनल से पैच लगवाएं और उसकी देखभाल व रिप्लेसमेंट के बारे में पूरी जानकारी जरूर लें।
कितने बाल झड़ना सेफ माना जाता है?
रोजाना 50 से 100 बालों का झड़ना सामान्य और सेफ माना जाता है। यह बालों के नेचुरल ग्रोथ साइकल का हिस्सा है, जिसमें पुराने बाल गिरते हैं और उनकी जगह नए बाल उगते हैं। नहाते समय, कंघी करते हुए या सोने के बाद तकिए पर कुछ बाल दिखना चिंता की बात नहीं होती। लेकिन अगर बाल गुच्छों में झड़ने लगें, हेयरलाइन तेजी से पीछे जाए या स्कैल्प दिखने लगे, तो यह समस्या का संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति में समय रहते त्वचा या हेयर स्पेशलिस्ट से सलाह लेना जरूरी होता है।
