खराब लाइफस्टाइल का असर हमारी सेहत पर ही नहीं त्वचा पर भी पड़ता है। इसकी वजह से त्वचा पर मुहांसे, झुर्रियां और फाइन लाइंस दिखने लगते हैं। त्वचा को ग्लोइंग और जवा बनाए रखने के लिए महिलाएं तरह-तरह के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करती हैं। पिछले कुछ समय में नियासिनमाइड, सेरामाइड्स और रेटिनॉल जैसे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल बढ़ गया है। क्या आप इन तीनों प्रोडक्ट्स में अंतर जानते हैं।

 

नियासिनमाइड

 

नियासिमनमाइड आपकी त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें मुख्य रूप से विटामिन बी होता है। ये ड्राई स्किन, एक्ने, हाइपर पिगमेंटेशन को कम करने में मदद करता है। आप इसे मॉश्चराइजर, क्लींजर के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। ये आपकी त्वचा की सूजन को कम करता है और चेहरे की चमक को बढ़ाता है। इसमें एएचए (AHA) होता है जो त्वचा में बैरियर की तरह काम करता है।

 

सेरामाइड्स

 

सेरामाइड्स फैट और लिपिड होता है जो आपके स्किन सेल्स में मौजूद होता है। आपकी स्किन की 30 से 40 प्रतिशत लेयर इसी से बनी हुई होती है। ये आपकी त्वचा को मॉश्चर रखने में मदद करता है। अगर आपके स्किन में सेरेमाइड का कॉन्टेंट कम हो जाता है तो त्वचा डिहाइडेटेड हो जाती है। इस वजह से आपको ड्राइनेस की समस्या हो सकती हैं।

 

ये आपकी त्वचा के लिए बैरियर की तरह काम करता है और जो शरीर से एक्स्ट्रा पॉल्यूशन्स और टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है। सेरेमाइड्स आपके क्रीम, मॉश्चराइजर, सीरम और टोनर में मौजूद होता है। इन चीजों को लगाने से आपकी त्वचा का सेरेमाइड लेवल बेहतर रहता है।

 

रेटिनॉल


रेटिनॉल में विटामिन ए होता है जिसका इसका इस्तेमाल स्किन केयर प्रोडक्ट्स में होता है। ये मुंहासे को ठीक करने में मदद करता है। इसमें एंटी एजिंग गुण होते हैं। आप इसका इस्तेमाल अपनी स्किन में जरूर करें। ये आपकी स्किन में कोलेजन को बूस्ट करने का काम करता है जिसकी वजह से फाइन लाइंस और झुर्रियां नहीं पड़ती हैं।