मंगलवार यानी 12 नवंबर, 2024 को एयर इंडिया और विस्तारा का आधिकारिक तौर पर विलय हो गया। दरअसल, टाटा ग्रुप और सिंगापुर एयरलाइंस (Singapore Airlines) की हिस्सेदारी वाली एयरलाइंस कंपनी विस्तारा ने अपनी आखिरी उड़ान (Vistara Last Flight) 11 नवंबर को भरी।
एयर इंडिया ने एक बयान में कहा कि विस्तारा का एयर इंडिया के साथ विलय पूरा हो गया है और एकीकृत इकाई 90 से ज्यादा डेस्टिनेशन को जोड़ते हुए 5,600 से अधिक वीकली उड़ानों का परिचालन करेगी।
कानूनी विलय को पूरा किया
एयर इंडिया समूह ने बयान में कहा कि एयर इंडिया और विस्तारा के बीच परिचालन एकीकरण और कानूनी विलय को पूरा कर लिया गया है। इससे एयरलाइन पूर्ण-सेवा वाहक कंपनी बन गई है। इस मर्जर से एक फुल सर्विस कैरियर का निर्माण हुआ है जो प्राइवेटाइजेशन के बाद एयरलाइन के बदलाव की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।
एयर एशिया इंडिया का भी हुआ था विलय
इससे पहले 1 अक्टूबर 2024 को टाटा समूह की कम लागत वाली एयरलाइनों में से एक एयर इंडिया एक्सप्रेस और AIX कनेक्ट (पूर्व में एयर एशिया इंडिया) का एयर इंडिया में विलय हुआ था। विस्तारा के अनुसार, नई विलय वाली इकाई अब 5,600 से अधिक साप्ताहिक उड़ानें संचालित करेगी और 208 विमानों के बेड़े के साथ 90 से अधिक घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय डेस्टिनेशन को जोड़ेगी।
विस्तारा के कर्मचारियों का एयर इंडिया में मर्जर
इसके अलावा, विस्तारा के लॉयल्टी प्रोग्राम क्लब विस्तारा (Club Vistara) के मौजूदा सदस्यों को एयर इंडिया के फ्लाइंग रिटर्न्स प्रोग्राम में ट्रांसफर कर दिया गया है। इसका नाम बदलकर अब 'महाराजा क्लब' कर दिया गया है। एयर इंडिया ने आगे बयान में कहा कि विस्तारा में फिलहाल 6,000 से ज्यादा कर्मचारियों को नए संगठनात्मक ढांचे में शामिल करने, 4,000 से ज्यादा वेंडर कॉन्ट्रैक्ट को जोड़ने, 270,000 कस्टमर बुकिंग को ट्रांसफर करने और 4.5 मिलियन क्लब को महाराजा क्लब में शामिल किया गया।
1.2 लाख यात्रियों को रोज मंजिल तक पहुंचाएगी एयरलाइन
यह एयरलाइन अब 1,20,000 यात्रियों को हर दिन उनके मंजिल तक पहुंचाएगी और दुनियाभर के 800 से ज्यादा डेस्टिनेशन को कवर करेगी। बता दें कि विस्तारा में सिंगापुर एयरलाइंस के 49% शेयर थे, जो अब एयर इंडिया में 25.1% की शेयरधारक बन जाएगी।