अलीगढ़ के रहने वाले दो सीनियर IPS अधिकारियों को केंद्र सरकार ने 'अपेक्स पे स्केल' दिया है। हिंदी में इस टर्म को 'सर्वोच्च वेतनमान' कहते हैं। 1991 बैच के दो वरिष्ठ अधिकारियों को सर्वोच्च वेतनमान का लाभ मिला है। IPS अधिकारी आलोक शर्मा और जीपी सिंह को अपर पे स्केल दिया गया है। आलोक शर्मा अभी स्पेशल प्रोटेकशन ग्रुप (SPG) के महानिदेशक (DG) हैं और जीपी सिंह, सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) के महानिदेशक पद पर तैनात हैं। 

अपर पे स्केल या सर्वोच्च वेतनमान का लाभ सिर्फ कुछ अधिकारियों को ही दिया जाता है। आलोक शर्मा और जीपी सिंह, दोनों अलीगढ़ के रहने वाले हैं। कौन हैं ये अधिकारी, पहले जानते हैं इनके बारे में- 

यह भी पढ़ें: 'A से अखिलेश', 'D से डिंपल'; पढ़ाने वाले सपा नेता पर FIR दर्ज

  • आलोक शर्मा: आलोक शर्मा, 1991 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वह उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले से आते हैं। अभी SPG DG के पद पर तैनात हैं। उन्होंने 17 नवंबर 2023 को यह पद संभाला है। उनका जन्म 15 जून 1966 को अलीगढ़ में हुआ था। वह अलीगढ़ के रूपवास गांव से आते हैं। उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। उनकी पत्नी का नाम सीमा गुप्ता है। उन्होंने अपनी पढ़ाई अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से की है। 

    उपलब्धियां: उन्हें साल 2016 में पराक्रम पदक मिल चुका है। पुलिस पदक भी मिला है। साल 2021 में उन्हें अति उतकृष्ट सेवा मेडल भी मिला है। उन्हें अब तक 7 से ज्यादा मेडल मिल चुके हैं। पहली पोस्टिंग पीलीभीत जिले में हुई थी। आलोक शर्मा बुलंदशहर, सहारनपुर, उन्नाव, मुरादाबाद सहित कई जिलों के एसएसपी के पद पर तैनात रह चुके हैं। पहले डीआईजी फिर आईजी के पद पर प्रमोट हुए थे। साल 2017 में वह केंद्रीय बलों में गए।

  • जीपी सिंह: IPS जीपी सिंह साल 1991 बैच के असम-मेघालय कैडर से आते हैं। उनका पूरा नाम ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह है। वह अभी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के महानिदेशक हैं। वह NIA में इंस्पेक्टर जनरल के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। साल 2019 में असम में नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध प्रदर्शनों को नियंत्रित करने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। वह सोशल मीडिया पर बेहद सक्रिय हैं। GP सिंह का जन्म 8 नवंबर 1967 को अलीगढ़ में हुआ था। उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई लखनऊ में की। उन्होंने BSC और MSC की पढ़ाई भी लखनऊ विश्वविद्यालय से की है। 

    उपलब्धियां: सरदार वल्लभभाई पटेल नेशनल पुलिस एकेडमी हैदराबाद में ट्रेनिंग लेने के बाद उनकी पहली पोस्टिंग असम में साल 1992 में हुई। यह वह दौर था जब पूर्वोत्तर उग्रवाद से जूझ रहा था। उन्होंने कई अहम भूमिकाएं निभाीं। वह सोनितपुर के एएसपी बने, रांगिया के एसडीपीओ रहे, नालबारी के एएसपी रहे। उन्होंने असम के निचले हिस्सों में ज्यादार सेवाएं दी और उग्रवाद कम किया। 

अपेक्स पे स्केल क्या है?

23 सितंबर, 2023 को यूपीएससी ने डीजीपी नियुक्ति के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए थे। निर्देश में कहा गया था कि जिन अधिकारियों के पास कम से कम 6 महीने की सर्विस बची हो। IPS वेतन नियम 2016 के मुताबिक राज्य में पुलिस बल के प्रमुख (DGP) का पद को एपेक्स स्केल में रखा गया है। यह लेवल-17 के अंतर्गत आता है। इसके लिए उन अधिकारियों को चुना जाता है, जो राज्य कैडर में लेवल-16 के डीजीपी पोस्ट पर काम कर रहे होते हैं। पुलिस राज्य का विषय है लेकिन ऑल इंडिया सर्विस का हिस्सा होने वाले IPS अधिकारियों की नियुक्ति, UPSC के जरिए केंद्र सरकार की ओर से की जाती है। उनकी सेवाएं राज्य कैडर के अधीन रखी जाती हैं।

यह भी पढ़ें: देश में पहली बार, कबूतरों को दाना डालने पर FIR; ऐसा क्यों? समझिए





किसे मिलता है अपेक्स पे स्केल?

साल 2023 में गृह मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी की थी, जिसके मुताबिक 13 में से 9 केंद्रीय पुलिस संगठनों और अर्धसैनिक बलों के डीजी पदों पर तैनात अधिकारियों को अपेक्स पे स्केल का लाभ मिल सकता है। इसे देने का फैसला मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति करती है। इसका लाभ सैलरी लेवल-17 या 16 के तहत आने वाले अधिकारियों को मिलता है।

सर्वोच्च वेतनमान का लाभ सचिवों और डीजी जैसे अलग-अलग सेवाओं के अधिकारियों को मिलता है। इसमें प्रशासनिक, पुलिस और विदेश सेवा के अधिकारी भी शामिल हैं। लेवल 16 या 17 पर तैनात अधिकारियों को अपेक्स पे स्केल मिलता है। लेवल 17 पर एक अधिकारी को करीब 2.25 लाख रुपये का मासिक वेतन दिया जाता है, लेवल 16 के अधिकारियों को 2,05,400 से 2,24,400 रुपये मिलते हैं। 

यह भी पढ़ें: दुनिया पर टैरिफ लगाकर कितना कमा रहा है ट्रंप का अमेरिका?

पहले क्या नियम थे? 

हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक पहले सरकार, 15 संगठनों में 11 सीनियर आईपीएस अधिकारियों को अपेक्स पे स्केल दे सकती थी। इनमें से CBI और IB के डायरेक्टर को पहले ही एपेक्स पे स्केल में रखा गया था। बाकी 13 में से केवल 9 डीजी को नियुक्ति समिति के निर्णय के आधार पर शीर्ष वेतनमान का लाभ मिल सकता है। वरिष्ठता नियम बेहद सख्त नहीं है। नियुक्ति समिति के पास हमेशा किसी डीजी को लेवल 17 या 16 देने का अधिकार था, लेकिन अब गृह मंत्रालय के आदेश के बाद, यह औपचारिक भी हो गया है। 

कब-कब चर्चा में आया है अपेक्स पे स्केल?

जब 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी तपन कुमार देका को जुलाई 2022 में आईबी प्रमुख बनाया गया था, तब अचानक इस पर चर्चा होने लगी थी। वह उन 11 सीनियर अधिकारियों में शामिल नहीं थे लेकिन आईबी प्रमुख होने की वजह से वह देश के वरिष्ठतम पुलिस अधिकारी बन गए थे। 30 नवंबर 2023 को सरकार ने आईबी प्रमुख और सीबीआई निदेशक के पदों को वरिष्ठता नियम से बाहर कर दिया।

किन अधिकारियों को अपेक्स पे का लाभ मिल सकता है?

CBI और IB प्रमुखों के अलावा 13 अन्य संगठन ऐसे हैं, जिनके महानिदेशकों को अपेक्स पे स्केल का लाभ मिल सकता है। 

  1. सीमा सुरक्षा बल
  2. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल
  3. भारत-तिब्बत सीमा पुलिस
  4. केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल
  5. नेशनल सिक्योरिटी गार्ड
  6. नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी
  7. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग
  8. रेलवे सुरक्षा बल
  9. सशस्त्र सीमा बल
  10. पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो
  11. नागरिक सुरक्षा और होम गार्ड
  12. सरदार वल्लभभाई पटेल पुलिस अकादमी के निदेशक
  13. गृह मंत्रालय में विशेष सचिव (आंतरिक सुरक्षा)