एनआईए की एक स्पेशल कोर्ट ने सोमवार को देश के खिलाफ षड्यंत्र, विस्फोटक रखने और आपराधिक साजिश करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। 

 

इन तीनों युवकों - सैय्यद इस्माइल अफाक, अब्दुल सबूर और सद्दाम हुसैन - ने जनवरी 2015 में 

 

अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा के वक्त पूरे देश में विस्फोट करने की योजना बनाई थी। ये तीनो युवक भटकल से हैं। हालांकि, भटकल के ही दो अन्य युवाओं रियाज़ अहमद और जैनुल आबदीन को सभी आरोपों से मुक्त कर दिया गया।

चर्च स्ट्रीट विस्फोट की जांच के दौरान लगा पता

सूत्रों के मुताबिक सेंट्रल क्राइम ब्रांच और सिटी पुलिस ने बताया कि जब वे दिसंबर 2014 में चर्च स्ट्रीट में हुए विस्फोट की जांच कर रहे थे तो इसके बारे में पता लगा। इस विस्फोट में एक महिला की जान चली गई थी। अन्य एजेंसियों की मदद से सीसीबी ने एक मैसेज को डिकोड किया तो पता चला कि वह एन्क्रिपटेड मैसेज भटकल में किसी युवा को भेजा गया था।

 

पाकिस्तान से नवंबर 2014 के अंतिम हफ्ते में एक मैसेज भेजा गया जिसमें लिखा था, 'शादी का दिन आ रहा है।।।जल्दी करो'।

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक सीसीबी तत्कालीन एसीपी  एमके थमैया ने पाकिस्तान से भेजे गए अन्य मैसेज को भी डिकोड किया। पुलिस को यह सूचना मिली थी कि भटकल से दो युवा आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने के लिए भटकल से पहुंच जाएंगे।

छापेमारी से मिले विस्फोटक पदार्थ

इसके बाद थमैया ने उनके मूवमेंट पर नजर रखनी शुरू की और जनवरी 2015 में भटकल के जामिया मस्जिद रोड पर एक पर छापेमारी की।

एक घर 'दारुल खैरा' की तलाशी के बाद काफी बड़ी संख्या में डिटोनेटर्स, जिलेटिन स्टिक्स, पाइप बम और अन्य विस्फोटक पदार्थ मिले

इसके बाद लगभग तीस साल की उम्र के दो युवाओं को गिरफ्तार किया गया और पुलिस ने उनसे सवाल करना शुरू किया। 

 

पुलिस ने बताया कि दोनों ने जो जानकारियां दीं उससे पता चला कि विस्फोट से तो उनका कोई संबंध नहीं था लेकिन वे इंडियन मुजाहिद्दीन के इशारों पर काम कर रहे थे और उनका काम सिर्फ विस्फोटकों को स्टोर करना और ट्रांसपोर्ट करना था।

 

उन दोनों से मिली सूचना के आधार पर दो दिनों के बाद पुलिस ने पुलकेशिन नगर में विस्फोट करने के उद्देश्य से रखे कुछ और मटीरियल को सीज़ किया। इसके बाद सीसीबी पुलिस ने रियाज अहमद, जैनुल आबदीन और सद्दाम हुसैन को गिरफ्तार किया था।