कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को बरेली की एक अदालत ने समन जारी किया है। राहुल गांधी को 7 जनवरी को कोर्ट में पेश होने का नोटिस दिया गया है। राहुल गांधी को यह समन लोकसभा चुनाव के दौरान की गई एक टिप्पणी को लेकर जारी किया गया है।

समन क्यों जारी किया गया?

कोर्ट ने यह समन ऑल इंडिया हिंदू महासंघ के मंडल प्रमुख पंकज पाठक की याचिका पर जारी किया है। पाठक ने इससे पहले MP-MLA कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, जहां उन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की थी। हालांकि, 27 अगस्त को कोर्ट ने उनकी ये अर्जी खारिज कर दी थी। इसके बाद पाठक ने सेशन कोर्ट का रुख किया। 

राहुल गांधी ने ऐसा क्या कहा था?

पाठक की तरफ से पेश वकील वीरेंद्र पाल गुप्ता ने बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने कथित तौर पर कहा था 'कमजोर वर्ग की आबादी ज्यादा होने के बाद भी संपत्ति में उनकी हिस्सेदारी कम है। अगर ऐसा ही रहा तो जिनकी आबादी ज्यादा है, वह और संपत्ति की मांग कर सकते हैं।'

 

गुप्ता ने आरोप लगाया कि इस तरह की बयानबाजी से कमजोर वर्ग को भड़काने की कोशिश की गई। इसका मकसद राजनीतिक फायदे के लिए घृणा पैदा करना था। 

 

उन्होंने आगे आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने जानबूझकर कांग्रेस के हितों को आगे बढ़ाने के लिए आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के बीच दुश्मनी पैदा करने की कोशिश की।