हमारे सौर मंडल से बाहर यानी किसी अन्य दुनिया से एक धूमकेतु (3I/ATLAS) आ रहा है। नासा के मुताबिक अब तक हमारे सौर मंडल से बाहर से आई यह तीसरी वस्तु है। 29 अक्तूबर यानी आज यह पृथ्वी के सबसे करीब होगा। यह धूमकेतु सूर्य के चारों ओर एक बंद कक्षीय पथ का अनुसरण के बजाय एक सीधी रेखा में बहुत तेजी से बढ़ रहा है। हमारे सौर मंडल के नियमों के विपरीत इसके व्यवहार ने वैज्ञानिकों को हैरत में डाल दिया है। यही कारण है कि वैज्ञानिकों ने इसे इंटरस्टेलर के तौर पर माना है।

 

नासा के मुताबिक धूमकेतु 3I/ATLAS से हमारी धरती को कोई खतरा नहीं है। यह पृथ्वी से काफी दूर रहेगा। 29 अक्टूबर को प्रथ्वी के सबसे करीब लगभग 270 मिलियन किलोमीटर दूर रहेगा। वहीं 30 अक्तूबर को सूर्य के सबसे करीब लगभग 210 मिलियन किलोमीटर पर पहुंच जाएगा। वैज्ञानिकों के मुताबिक इस धूमकेतु की उत्पत्ति हमारे सौर मंडल से बाहर हुई है। 

दिसंबर में सूर्य के दूसरी ओर पहुंचेगा

नासा कहना है कि दुनियाभर के वैज्ञानिक इसके आकार और भौतिक गुणों का अध्ययन करने में जुटे हैं। इसी साल दिसंबर महीने में यह धूमकेतु सूर्य के दूसरी ओर पहुंचेगा। इसके बाद दोबारा इसका अवलोकन करना संभव होगा। 

 

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सौर मंडल से गया तो दोबारा नहीं दिखाई देगा

चिली के रियो हर्टाडो में स्थित एटलस सर्वेक्षण दूरबीन ने पहली बार 1 जुलाई 2025 को धूमकेतु 3I/ATLAS की खोज की। उस वक्त यह सूर्य से 67 करोड़ किलोमीटर दूर और बृहस्पति की कक्षा में था। नासा के मुताबिक 3I/ATLAS धूमकेतु का निर्माण किसी अन्य तारा मंडल में हुआ है। एक बार हमारे सौर मंडल से गुजरने के बाद यह दोबारा नहीं दिखाई देगा।

कैसी है 3I/ATLAS की संरचना?

वैज्ञानिकों के मुताबिक 3I/ATLAS के केंद्र में बर्फ और एक कोमा है। यही वजह है कि वैज्ञानिक इसे क्षुद्रग्रह नहीं, बल्कि धूमकेतु मानते हैं। नासा के मुताबिक सूर्य के निकट आने वाले धूमकेतु के चारों ओर गैस और धूल का एक चमकीला बादल होता है। इसे कोमा कहा जाता है। जब इस पर सूर्य की रोशनी पड़ती है तो यह चमकता है। 3I/ATLAS पर भी ऐसा ही कोमा दिखाई पड़ रहा है।

 

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कैसा है आकार और कितनी है स्पीड?

20 अगस्त 2025 को हबल अंतरिक्ष दूरबीन के अवलोकन से पता चला है कि इसके केंद्र का व्यास 440 मीटर से कम नहीं, लेकिन 5.6 किलोमीटर से ज्यादा भी नहीं है। अगर रफ्तार की बात करें तो नासा के मुताबिक यह धूमकेतु 61 किमी प्रति सेकंड की स्पीड से चल रहा है। एक घंटे में यह 221,000 किलोमीटर की दूरी तय करता है। नासा का कहना है कि यह सूर्य के जितने पास जाएगा, उतना ही इसकी स्पीड तेज होगी। 

क्या इस धूमकेतु से पृ्थ्वी को खतरा?

अब सवाल उठता है कि क्या 3I/ATLAS धूमकेतु हमारी धरती से टकराएगा? नासा का कहना है कि ऐसा बिल्कुल नहीं होने वाला है। न ही यह हमारी पृ्थ्वी के करीब आएगा। जब यह हमारे सौर मंडल से गुजरेगा तो धरती से इसकी सबसे कम दूरी करीब 27 करोड़ किलोमीटर से ज्यादा होगी।